उत्तराखंड: सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा फरवरी में, आवेदन तिथि बढ़ी 23 जनवरी तक

Uttarakhand: फरवरी में हो पाएगी सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा, 23 जनवरी तक आवेदन करें; NTA ने बढ़ाई तिथि
हिंदी टीवी न्यूज़,देहरादून Published by: Megha Jain Updated Wed, 15 Jan 2025
सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा के लिए 23 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। परीक्षा शुल्क ऑनलाइन जमा करने की अंतिम तिथि 24 जनवरी रखी गई है। प्रवेश परीक्षा फॉर्म में किसी भी त्रुटि के सुधार के लिए 26 से 28 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया है।
हर वर्ष जनवरी के प्रथम सप्ताह में आयोजित होने वाली देश की प्रतिष्ठित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल की प्रवेश परीक्षा (कक्षा छह और कक्षा नौ के लिए) इस बार फरवरी के द्वितीय सप्ताह में होना संभावित है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने इस परीक्षा के लिए संशोधित विज्ञप्ति जारी कर दी है। इससे इसके बाद तय है कि फरवरी प्रथम सप्ताह में परीक्षा आयोजित कर ली जाएगी।
नैनीताल जिले के घोड़ाखाल में स्थित सैनिक स्कूल देश के चुनिंदा सैनिक स्कूलों में शामिल है। जहां से भारतीय सेना को अब तक तमाम अधिकारी मिले हैं। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के माध्यम से हर वर्ष जनवरी के पहले रविवार को कक्षा छह और कक्षा नौ में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित कराता है। किसी कारण से इस वर्ष यह परीक्षा जनवरी के पहले रविवार को आयोजित नहीं की जा सकी है।
अब राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने संशोधित पब्लिक नोटिस जारी कर दिया है। इसके तहत प्रवेश परीक्षा के लिए 23 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। परीक्षा शुल्क ऑनलाइन जमा करने की अंतिम तिथि 24 जनवरी रखी गई है। प्रवेश परीक्षा फॉर्म में किसी भी त्रुटि के सुधार के लिए 26 से 28 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया है। आवेदन में त्रुटि सुधार और आवेदन करने के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने वेबसाइट भी जारी कर दी है। आवेदक परीक्षा एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट https://www.nta..ac.in तथा https://exams.nta. ac. In/AISSEE/ पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सैनिक स्कूल सोसायटी रक्षा मंत्रालय यह परीक्षा एजेंसी के माध्यम से आयोजित कराता है। जिस तरह अब एजेंसी ने परीक्षा आवेदन की तिथियां में बदलाव किया है, उससे प्रवेश परीक्षा के अब फरवरी द्वितीय सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है। – वीएस डंगवाल, प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल।