रामलला के आगमन पर गूंजी किलकारियां: बेटे के जन्म पर खुश हुई मां, कहा- मेरे आंगन राम आए हैं..

राम के रूप में बेटा पाकर मांओं के चेहरे खिले। उन्होंने कहा कि इतने पावन दिन मेरे बेटे का जन्म हुआ है। हमारे घर साक्षात राम आए हैंरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन अस्पतालों में भर्ती गर्भवतियों ने जब बेटे को जन्म दिया तो अस्पताल से लेकर घर तक रामलला के आने की बधाइयां आने लगीं। बेटे को पाकर खुश हुई ‘मां ने कहा, मेरे घर राम आए हैं’। रामलला के उत्सव पर घरों में राम आए तो घरवालों की खुशी दोगुनी हो गई।राम के रूप में बेटा पाकर मांओं के चेहरे खिले। उन्होंने कहा कि इतने पावन दिन मेरे बेटे का जन्म हुआ है। हमारे घर साक्षात राम आए हैं। अस्पतालों में ही महिलाओं ने अपने बेटों का नाम ‘राम’ रख दिया। इस दौरान अस्पताल में भी खुशी का माहौल थासोमवार को अस्पतालों में किलकारियां गूंजीं तो किसी ने बेटे का नाम राम और बेटी का नाम जानकी रखा। दून अस्पताल में सोमवार को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक छह बच्चों ने जन्म लिया। इनमें एक बेटा और पांच बेटियां शामिल हैं। इसके साथ ही कोरोनेशन अस्पताल में चार बेटियों और एक बेटे ने जन्म लिया। वहीं, इंदिरेश अस्पताल में सात बच्चों का जन्म हुआ। जिनमें चार बेटे और तीन बेटियां शामिल हैं।पटेलनगर निवासी इंस्टीट्यूट संचालक की पत्नी शुभांजलि ने सोमवार सुबह जुड़वा बच्चों को जन्म दिया।
– हरिद्वार से दून अस्पताल रेफर होकर आईं कविता ने सोमवार को बेटे को जन्म दिया है। कविता की रिश्तेदार रेखा ने बताया कि यह प्री प्लांड डिलिवरी नहीं है लेकिन मन में ऐसा था कि अगर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन बेटा हुआ तो नाम राम और बेटी हुई तो नाम जानकी रखेंगे। लेकिन हमारे आंगन में राम आए हैं।
– दून अस्पताल में भर्ती नेशविला रोड निवासी सारिका ने रविवार रात बेटे को जन्म दिया है। सारिका ने बताया कि सोमवार को अपने बेटे का नाम राम रखा है।
– दून अस्पताल में उत्तरकाशी निवासी अनीता ने बेटे को जन्म दिया है। अनीता की सास सुशीला देवी ने बताया कि बेटे का नाम राम रखा है।