Himachal: सीएम सुक्खू का रियायती बिजली का भरोसा, उद्योग बंदी फैसला वापस

Himachal: सीएम सुक्खू के रियायती बिजली का भरोसा, उद्योग बंद करने का फैसला वापस लिया
हिंदी टीवी न्यूज़, बद्दी (सोलन) Published by: Megha Jain Updated Thu, 27 Feb 2025
मुख्यमंत्री ने स्टील उद्योग संचालकों को पंजाब से कम दरों पर बिजली के दाम करने की बात कही है। हिमाचल प्रदेश के स्टील उद्योग संचालकों ने 26 फरवरी से उद्योग बंद करने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री के रियायती बिजली देने के आश्वासन के बाद स्टील उद्योग संचालकों ने कंपनियां बंद करने का फैसला टाल दिया है। मुख्यमंत्री ने स्टील उद्योग संचालकों को पंजाब से कम दरों पर बिजली के दाम करने की बात कही है। हिमाचल प्रदेश के स्टील उद्योग संचालकों ने 26 फरवरी से उद्योग बंद करने की घोषणा की थी। इस माह का बिजली का बिल भी जमा न कराने की बात कही थी। उद्योगपतियों का कहना था कि उन्हें बिजली महंगी पड़ने से अब स्टील उद्योग चलाना कठिन हो गया है। हिमाचल में पंजाब और हरियाणा से भी बिजली महंगी हो गई है। जबकि हिमाचल अपनी बिजली स्वयं तैयार करता है। यही नहीं यहां पर एजीटी स्क्रैप और तैयार माल दोनों पर लग रहा है।
यह ऐसा पहला राज्य है जहां पर एजीटी दोनों पर लगता है। अन्य राज्यों में एक ही तरफ लगता है। इस बारे में लघु उद्योग भारती के प्रदेश महासचिव संजीव शर्मा ने बताया कि प्रदेश में लोह उद्योग के लिए स्क्रैप दिल्ली और दूसरे राज्यों से आता है। यहां का भाड़ा अन्य राज्यों से अधिक होने से पहले ही यहां स्टील संचालक प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रहे हैं। यही नहीं यहां पर लोह उद्योगों में जो सामान तैयार होता है उसके रेट पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में निर्धारित होती है। उन्होंने कहा कि हर रोज रेट शेयर मार्किट के तर्ज पर बदलते हैं। इससे अब उद्योग चलाने पहले ही कठिन कार्य हो गया है। उन्होंने थताया कि सीएम के आश्वासन के बाद उद्योगपतियों ने बंद करने के फैसला को रद्द कर दिया है।