केक खाने से बच्ची की मौत: स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने आया चौंकाने वाला सच
केक खाने से बच्ची की मौत: जिस बेकरी से आया था केक, स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने आया चौंकाने वाला सच
पटियाला में 10 वर्षीय मानवी ने अपने जन्मदिन पर ऑनलाइन केक ऑर्डर किया था। शाम 7 बजे केक काटा गया और रात 10 बजे पूरा परिवार बीमार पड़ गया। मानवी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई थी।
पटियाला में केक खाने से 10 साल की बच्ची मानवी की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने न्यू इंडिया बेकरी के खिलाफ चालान कर दिया है। विभाग की टीम ने बेकरी की वर्कशॉप में रेड करके वहां तैयार किए गए विभिन्न फ्लेवरों के केक के चार सैंपल भरे हैं।
इस दौरान विभाग की टीम ने पाया कि वर्कशॉप में साफ-सफाई की काफी कमी थी। यहां-वहां खाने-पीने की चीजें अव्यवस्थित तरीके से रखी थीं। उन्हें ढका नहीं गया था। दीवारों पर धुएं के कारण कालिख जमी थी। गंदे हालात में केक तैयार हो रहे थे। इन सब के मद्देनजर विभाग ने बेकरी के खिलाफ चालान कर दिया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय ने बेकरी के खिलाफ चालान करने और बेकरी की वर्कशॉप से सैंपल भरने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सैंपलों को जांच के लिए भेज दिया है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अदालत ने पकड़े तीनों आरोपियों को जेल भेजा
बेकरी का मालिक गुरप्रीत सिंह अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाश फिलहाल जारी है। वहीं पकड़े तीन आरोपियों रणजीत सिंह, पवन कुमार व विजय कुमार को मंगलवार को रिमांड खत्म होने पर दोबारा अदालत में पेश किया गया। हालांकि पुलिस ने अदालत से आरोपियों के दो दिनों के और रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत पर पटियाला जेल भेज दिया।
एक साथ 35-40 केक बेस तैयार कर रखते थे, सही तापमान में भी स्टोर नहीं होता था
जानकारी के मुताबिक पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि बेकरी में 35 से 40 केक बेस एक साथ तैयार कर रख लिए जाते थे। इन केक बेस को सही तापमान पर भी स्टोर नहीं किया जाता था। जब कोई आर्डर आता था, तो ऊपर से डेकोरेट करके केक को तैयार करके भिजवा दिया जाता था। डेकोरेट करने से पहले यह भी चेक नहीं किया जाता था कि केक बेस खाने योग्य है या नहीं। हालांकि पुलिस अधिकारी इस संबंधी कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।