खुलासा:समाज के तानों ने हंसते-खेलते परिवार को कर दिया बर्बाद
खुलासा:समाज के तानों ने हंसते-खेलते परिवार को कर दिया बर्बाद, रोहतक में पिता ने जहर देकर की थी बच्चों की हत्या
रोहतक में छह माह पहले हुई तीन बच्चों की मौत के मामले बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार व्यक्ति को पत्नी के चरित्र पर शक था तो उसने रसगुल्लों पर जहरीला पाउडर लगाकर बच्चों को मौत दे दी। मामले में पुलिस ने पत्नी व साले सहित 22 गवाह बनाए हैं।
रोहतक के कबूलपुर गांव में छह माह पहले अपने तीन बच्चों को जहर देने वाले पिता सुशील को समाज के तानों ने हत्यारोपी बना दिया था। पुलिस की ओर से अदालत में दाखिल 150 पेज के आरोप पत्र में यह खुलासा हुआ है। हत्याकांड की पुलिस ने जांच रिपाेर्ट में दो बड़ी वजह बताई है। अब केस के अंदर गवाही की प्रक्रिया शुरू होगी।
जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कबूलपुर निवासी एक महिला ने शिकायत दी कि वह मजदूरी करती है। उसका पति फर्नीचर मिस्त्री का काम करता है। 14 नवंबर 2023 को उसका पति सुनील सुबह 7 बजे काम पर चला गया, जबकि वह चारों बच्चों को घर छोड़कर दिहाड़ी पर चली गई थी। घर पर 10 वर्षीय बड़ी बेटी लिशिका, उससे छोटी हिना (8), उससे छोटी दीक्षा (7), सबसे छोटा बेटा देव (1) थे। दोपहर करीब एक बजे सूचना मिली कि किसी ने बच्चों को मार दिया है, आप घर आ जाओ।
वह घर पर आई तो घर के बाहर काफी लोग खड़े थे। तभी उसके जीजा रामकिशन निवासी कबूलपुर ने बताया कि बच्चों की तबीयत खराब है, उनको लेकर अस्पताल गए हैं। वह बहन के बेटे के साथ पीजीआई में आ गई, वहां पर बेटी हिना ने सभी को बताया कि उनके पापा सुनील ने जहर खिला दिया। उसका पति काफी कर्जवान होने के कारण परेशान था। उपचार के दौरान बेटी लिशिका व दीक्षा की मौत हो गई और हिना व देव गंभीर थे। बाद में देव ने भी दम तोड़ दिया।
हत्याकांड की दो वजह खुलकर आई जांच में
अदालत में दाखिल आरोप पत्र में पुलिस ने केवल बच्चों के पिता सुनील को आरोपी बनाया है, जिसमें हत्याकांड की दो वजह बताई गई हैंं। पहला, आरोपी के ऊपर काफी कर्ज था, जिसके चलते वह बाहर चला गया और एक साधु के पास रहने लगा। दूसरा, पत्नी ने एक साल पहले बेटे को जन्म दिया था। लोग बेटे को लेकर ताने देने लगे। इस कारण वह पत्नी पर शक करने लगा। इस कारण मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था।
रसगुल्लों पर सल्फास का पाउडर लगाकर बोला- दांतों की दवाई है बेटा, खा लो
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने बच्चों की हत्या का फैसला किया। क्योंकि वह उनको अपना नहीं मानता था। इसलिए सुबह ड्यूटी पर जाने के बाद वापस आया। उस समय पत्नी दिहाड़ी पर खेत में जा चुकी थी। घर से दिवाली के दिन बच्चे रसगुल्ले निकाले और उनके ऊपर सल्फास का पाउडर डाल दिया। सबसे पहले एक साल के बेटे को दूध की बोतल में पाउडर घोलकर पिला दिया। इसके बाद तीनों बेटियों को पाउडर लगे रसगुल्ले दे दिए। दो बेटी ने रसगुल्ला निगल लिया, जबकि एक बेटी ने रसगुल्ला छोड़ दिया। थोड़ी देर बाद दोनों बेटियों व बेटे की तबीयत बिगड़ गई। तत्काल उनको पीजीआई ले जाया गया, जहां तीनों की मौत हाे गई।
आरोपी सलाखों के पीछे, पत्नी व साला अहम गवाह
पुलिस की ओर से अदालत में दाखिल 150 पेज की चार्जशीट में 22 गवाह बनाए हैं। इसमें ग्रामीणों के अलावा खुद सुमन, उसका भाई व अन्य लोग भी शामिल हैं। सबसे बड़ा मुख्य गवाह वह बेटी है, जो उपचार के दौरान बच गई थी। इसके बाद बच्ची के जज के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत भी बयान दर्ज हुए थे।
अधिकारी के अनुसार
मामले को लेकर 150 पेज की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें 22 गवाह बनाए गए हैं, साथ ही सूक्षम तरीके से मामले की जांच की गई है। – इंस्पेक्टर दहिया, जांच अधिकारी एवं थाना प्रभारी।