‘परिणाम भुगतना पड़ेगा…’, घर के बाहर कांग्रेस का बूथ लगाया तो सरपंच ने दी धमकी
‘परिणाम भुगतना पड़ेगा…’, घर के बाहर कांग्रेस का बूथ लगाया तो सरपंच ने दी धमकी; और फिर शाम में शुरू हुआ खूनी खेल
पंजाब में मुक्तसर साहिब (Punjab News) लंबी के गांव कक्खांवाली में कांग्रेस पार्टी का बूथ लगाने पर आम आदमी पार्टी से जुड़े सरपंच दलीप सिंह ने दो भाइयों को धमकी देने के बाद शाम में उनके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से जानलेवा हमला किया। इसमें एक भाई की मौत हो गई। जबकि दूसरा जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है।
HIGHLIGHTS
- आप पार्टी के कार्यकर्ता सरपंच ने घर में घुस कर साथियों के साथ दो भाइयों पर जानलेवा हमला
- शोर मचाने पर लोग इकट्ठे हुए तो अस्पताल ले जाते समय फिर दोनों भाइयों पर किए हथियारों से वार
- एक जून को मतदान के दिन कांग्रेस का बूथ लगाने पर सरपंच ने दी थी धमकी
- चार को मतगणना होने के बाद की वारदात
श्री मुक्तसर साहिब। लंबी के गांव कक्खांवाली में एक जून को घर के बाहर कांग्रेस पार्टी का बूथ लगाने पर आम आदमी पार्टी से संबंधित सरपंच दलीप सिंह ने पहले दो भाइयों को धमकी दी और फिर मतगणना के दिन देर शाम को घर में घुसकर उन पर तेजधार हथियारों से जानलेवा हमला कर बड़े भाई की हत्या कर दी जबकि छोटा गंभीर रूप से घायल है।
मृतक की पहचान गुरमीत सिंह (50) निवासी कक्खांवाली के रूप में हुई है। मृतक के बेटे गुरजंट सिंह ने बताया कि सरपंच ने पहले घर में हमला किया और फिर जब वे पिता व चाचा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लंबी लेकर जा रहे थे तो रास्ते में फिर से उन्हें घेर कर हमला किया गया।
जिसके चलते उसके पिता की अस्पताल मौत हो गई। उधर, थाना लंबी पुलिस ने मामले में सरपंच दलीप सिंह समेत 14 आरोपितों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। सभी आरोपित फरार चल रहे हैं।
सरपंच ने मतदान के दिन दी थी धमकी, कहा था बूथ लगाने के परिणाम भुगतने पड़ेंगे-
पुलिस को दी शिकायत में गुरजंट सिंह पुत्र गुरमीत सिंह निवासी गांव कक्खांवाली ने बताया कि वे मजदूरी का काम करता है। एक जून को लोकसभा चुनाव वाले दिन कांग्रेस पार्टी द्वारा उसके चाचा मनजीत राम के घर के आगे बूथ लगाया गया था।
इस दौरान गांव का सरपंच दलीप राम जोकि आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है, ने उसके चाचा मनजीत राम व पिता गुरमीत राम से कहा कि आप अपने घर के पास से कांग्रेस का बूथ न लगाएं। पिता व चाचा ने जवाब में कहा कि अब तो बूथ लग गया है हम कैसे इसे हटाएं तो सरपंच गुस्से में यह कहते हुए वहां से चला गया कि उसके कहने के बावजूद आप लोगों ने कांग्रेस का बूथ घर के आगे नहीं हटाया।
धमकी देते हुए कहा कि आप लोगों को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। मतगणना वाले दिन चार जून की शाम करीब साढ़े छह बजे पिता गुरमीत राम और चाचा के घर में दोनों भाई बैठे हुए थे। इतने में सरपंच दलीप सिंह अपने 14 साथियों के साथ तेजधार हथियारों के साथ उनके घर में घुस आया और जानलेवा हमला कर दिया।
सरपंच दलीप ने तेजधार हथियार से उसके चाचा के सिर पर वार किया। शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और उक्त आरोपित मौके से फरार हो गए।
चाचा के बेटे गुरसेवक सिंह ने इलाज के लिए सवारी का प्रबंध करके पिता व चाचा को इलाज के लिए लंबी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए ले जा रहे थे कि रास्ते में फिर से हमलावरों ने लंबी गांव के समीप उनका रास्ता रोक लिया और तेजधार हथियारों से पिता व चाचा को जान से मारने के लिए वार किए।
दोनों को अधमरा कर आरोपित फरार हो गए। घायल अवस्था में चाचा व पिता को लंबी अस्पताल में भर्ती करवाया लेकिन डाक्टरों ने दोनों की हालत को गंभीर देखते हुए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान पिता गुरमीत राम की देर रात मौत हो गई है।
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए की जा रही छापेमारी
मामले की जांच कर रहे एसआइ बलराज सिंह ने बताया कि हमले में घायल गुरमीत राम की मौत होने के बाद मृतक के बेटे के बयानों पर सरपंच दलीप राम पुत्र हरबंस राम, इसके भाई मलकीत राम,बूटा राम पुत्र हंसा,संदीप राम पुत्र मलकीत राम, संदीप राम पुत्र हरबंस राम,गगनदीप राम पुत्र कश्मीरी राम, बूटा राम पुत्र शंकर राम।
बूटा राम पुत्र हंसा राम, हरबंस सिंह पुत्र मल्ल सिंह,हैप्पी पुत्र सतपाल निवासी कक्खांवाली, जसवीर सिंह पुत्र बोघा सिंह, हर्षपिंदर सिंह पुत्र हरदीप सिंह, रमेश कुमार पुत्र महंगा राम,अमृतपाल सिंह पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी पंजावा के खिलाफ धारा 302,307,452,506,148,149 आइपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपित अभी फरार हैं। गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।