‘राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश बिगड़े शहजादे…’ विपक्ष पर बरसीं कंगना
‘राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश बिगड़े शहजादे…’ विपक्ष पर बरसीं कंगना, कांग्रेस को बताया अंग्रेजों की बीमारी
मंडी. लोकसभा चुनाव के बीच सभी राजनैतिक दल एक-दूसरे पर हमलावर हैं. इस दौरान भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस को अंग्रेजों की छोड़ी हुई बीमारी बताया. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला बोला.
शुक्रवार शाम को कंगना रनौत ने सुंदरनगर बाजार में रोड़ शो किया और अपने लिए वोट मांगने के साथ ही कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर तीखे जुबानी हमले बोले. कंगना ने कहा कि कांग्रेस अंग्रेजों की छोड़ी हुई बीमारी है और इससे हमारा देश कई दशकों तक ग्रसित रहा. प्रधानमंत्री का जनादेश सरदार पटेल को मिला, लेकिन प्रधानामंत्री जवाहर लाल नेहरू को बना दिया गया.
उसके बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी और तानाशाही करके पूरे देश को कैद कर दिया. उसके बाद संजय गांधी ने लोगों की पकड़-पकड़ कर नसबंदी करवाई. फिर इटेलियन सोनिया गांधी इस देश पर अपना हाथ आजमाने आ गई. कांग्रेस पार्टी के इस परिवारवाद ने देश को दीमक की तरह खालया. लेकिन 2014 में एक परिवर्तन हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को एक नई दिशा दी.
कंगना ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव पर भी तीखे जुबानी हमले बोले. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का न कोई चरित्र है और न ही संस्कार. राहुल गांधी चांद पर आलू उगाने की बातें, तेजस्वी यादव गुंडागर्दी करके मछली को उछाल-उछाल कर खाते हैं और अखिलेश यादव उटपटांग बातें करते हैं. ये सभी बिगड़े शहजादे हैं. एक शहजादे हिमाचल में भी हैं जिन्हें देश में कोई जानता नहीं था लेकिन मेरे खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करके आज उन्हें सुर्खियां मिल रही हैं. उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि मुझे पद्मश्री जैसा प्रतिष्ठित सम्मान मिला है.
कंगना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महान चरित्र और विपक्षी दलों को कार्टून की संज्ञा भी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिन-रात देश के बारे में सोचते रहते हैं, जबकि दूसरी तरफ कार्टून आए दिन हास्यास्पद बातें करते रहते हैं. कांग्रेस के प्रत्याशी कहते हैं कि वे जहां भी जाते हैं वहां दो सड़कों को आपस में जोड़ देते हैं. यदि ऐसा ही है तो फिर प्रदेश के बहुत से इलाके ऐसे हैं जहां लोगों को जरूरत है, आप वहां क्यों नहीं जाते.