राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून: Uttarakhand Forest Fire: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को राज्य में जंगल में आग की घटनाओं की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करेंगे। वह दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

इस बीच, वन मंत्री सुबोध उनियाल भी शुक्रवार को दैनिक समीक्षा में वनाधिकारियों को वनों में अग्नि नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही जनता से वनों को बचाने में सक्रिय सहयोग देने की अपील की।

वनों की आग की घटनाओं पर लगातार नजर

मुख्यमंत्री धामी राज्य में वनों की आग की घटनाओं पर लगातार नजर रखे हुए हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के अगले दिन ही देहरादून लौटकर मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद हुई समीक्षा बैठकों में उन्होंने अधिकारियों को जंगल की आग की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर इसे धरातल पर उतारने के निर्देश दिए थे।

अन्य राज्यों में चुनावी व्यस्तता के बावजूद वह अधिकारियों से निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। मुख्यमंत्री अब शनिवार को दिल्ली से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव, वन विभाग के मुखिया, पुलिस महानिदेशक समेत सभी जिलों के डीएम के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि अग्नि नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों के परिणाम क्या रहे।

सख्ती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी

इधर, वन मंत्री सुबोध उनियाल भी दैनिक रूप अधिकारियों के साथ जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने वनाधिकारियों को निर्देश दिए कि वनों में अग्नि नियंत्रण के लिए सभी संभव और कारगर उपाय अमल में लाए जाएं।

यह भी दोहराया कि यदि कोई शरारती तत्व वनों में आग लगाने की घटनाओं में संलिप्त पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्ती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को वन अग्नि सुरक्षा समितियों को सक्रिय करने और उनका भरपूर सहयोग लेने को भी कहा।

वन मंत्री ने अल्मोड़ा वन प्रभाग में हुई अग्नि दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस दुर्घटना में मृत दीपक के स्वजन के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।