उत्तराखंड में मौसम की मार, गाद ने थामी टरबाइन की रफ्तार; दो दिन में आधा हुआ बिजली उत्पादन

उत्तराखंड में मौसम की मार, गाद ने थामी टरबाइन की रफ्तार; दो दिन में आधा हुआ बिजली उत्पादन
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब विद्युत उत्पादन पर भी पड़ रहा है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम (यूजेवीएनएल) के ज्यादातर पावर हाउस में नदियों में बढ़ी गाद और ओवरफ्लो के कारण टरबाइन की रफ्तार थम गई है।
30 अगस्त को प्रदेश में कुल विद्युत उत्पादन 23.715 मिलियन यूनिट था, जबकि कुल उत्पादन हानि 3.231 मिलियन यूनिट दर्ज की गई थी। लेकिन एक सितंबर तक स्थिति बिगड़ गई और कुल उत्पादन घटकर 12.474 मिलियन यूनिट पर पहुंच गया। इस दौरान कुल उत्पादन हानि बढ़कर 13.853 मिलियन यूनिट हो गई। लगातार हो रही बारिश से पहाड़ से मैदान तक नदियां उफान पर हैं।
पानी में अत्यधिक गाद आने से कई विद्युत गृहों में टरबाइन बंद करनी पड़ी हैं। इससे छिबरो, खोदरी, चीला, ढालीपुर समेत कई परियोजनाओं में बिजली उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि गर्मी कम होने की वजह से बिजली की खपत भी कम हुई है।
साथ ही ऊर्जा निगम को केंद्र से अंश के रूप में पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो रही है। साथ ही बाजार से भी आवश्यकता के अनुसार बिजली खरीदी जा रही है। इसी कारण फिलहाल प्रदेश में विद्युत संकट की स्थिति नहीं है।
एक सितंबर को जल विद्युत गृहों में उत्पादन की स्थिति
- विद्युत गृह, कुल उत्पादन (मिलियन यूनिट)
- छिबरो, 0.000
- खोदरी, 0.000
- ढकरानी, 0.000
- कुल्हाल, 0.264
- तिलोथ (मनेरीभाली-एक), 1.522
- धरासू (मनेरीभाली-दो), 7.087
- चीला, 0.000
- रामगंगा, 2.016
- खटीमा, 0.417
- व्यासी, 0.935
- पथरी, 0.000
- मोहम्मदपुर, 0.000
- गलोगी, 0.032
- दुनाऊ, 0.006