जोगिंद्रनगर में पहाड़ी दरकने से जमींदोज हुआ गांव, लोगों में मची चीखो पुकार; 10 घर पूरी तरह से ध्वस्त

Himachal Landslide: जोगिंद्रनगर में पहाड़ी दरकने से जमींदोज हुआ गांव, लोगों में मची चीखो पुकार; 10 घर पूरी तरह से ध्वस्त
Himachal Pradesh Landslide, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक और आपदा आ गई। जोगिंद्रनगर उपमंडल की नेर घरवासड़ा पंचायत के कुंडूनी गांव में रात को भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई। पहाड़ी धंसने पर लोगों में चीखो पुकार मच गई। गांव से बच्चों व बुजुर्गों को कड़ी मशक्कत से सुरक्षित बाहर निकाला गया। दरकी पहाड़ी की चपेट में आकर 10 घर पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि अन्य घरों पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने देर रात ही अलर्ट जारी कर पूरा गांव खाली करवा दिया। लोग खतरे में पड़े घरों से सामान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन का कहना है कि 10 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 22 परिवार भूस्खलन के कारण प्रभावित हुए हैं। प्रशासन का राहत एवं बचाव कार्य जारी है। गनीमत यह रही कि ग्रामीणों ने हालात को पहले ही भांपकर अधिकांश मकान खाली कर रखे थे। इस कारण किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ।एसडीएम जोगिंद्रनगर प्रशासनिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य का जायजा लिया। प्रभावित परिवारों को पंचायत भवन व स्कूल में शिफ्ट किया गया है।पंचायत प्रधान रीना देवी ने बताया कि बाकी बचे घरों को भी पूरी तरह खाली करवाया जा रहा है, ताकि कोई अनहोनी न हो। लगातार बारिश से पहाड़ी खिसकने का खतरा बना हुआ है।
प्रशासन ने संवेदनशील घोषित किया गांव
प्रशासन ने कुंडूनी गांव को पूरी तरह संवेदनशील घोषित कर दिया है और स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हालात सामान्य होने तक कोई भी व्यक्ति घर वापस न लौटे।
मलबा और टूटी दीवारें बची भूस्खलन की तेज आवाज से पूरा इलाका दहल उठा। लोग रातों-रात घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे और अब गांव में केवल मलबा और टूटी दीवारें ही बची हैं।