मानसून कमजोर पड़ते ही तपने लगे पहाड़

माैसम विभाग ने 14 से 16 सिंतबर तक प्रदेश के मध्यम से कम ऊंचाई वाले क्षेत्राें में तूफान चलने का येलाे अलर्ट जारी किया है। बुधावार काे प्रदेश मे सभी जगह माैसम साफ रहेगा। बाधित 60 सड़कें खुलने में 15 दिन लग सकते माैसम खुलने के बावजूद प्रदेश में जनजीवन अभी तक पूरी तरह से पटरी पर नहीं लाैटा है
हिमाचल प्रदेश में मानसून के कमजाेर पड़ते ही पहाड़ तपने लगे है। माैसम साफ रहने से यहां के 11 शहराें का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पार चला गय है। केलंग का तापमान भी सामान्य से 8 डिग्री अधिक चला गया है।
बादल छंटते ही सूरज चमकने पर राजधानी शिमला में पसीने निकलने लगते हैं, पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश न हाेने से मैदानी क्षेत्राें में लाेगाें काे उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। शिमला का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
शिमला का अधिकतम तापमान सभी शहराें में सबसे कम चल रहा है। इससे यहां पर अब सुबह शाम ठंड का एहसास भी हाेने लगा है। बीते 24 घंटाें के दाैरान नाहन में 49 और बिलासपुर में 33 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मानसून एक बार फिर सक्रिय हाे रहा है।
मानसून अगले तीन दिनाें तक अपना असर दिखाएगा। माैसम विभाग ने 14 से 16 सिंतबर तक प्रदेश के मध्यम से कम ऊंचाई वाले क्षेत्राें में तूफान चलने का येलाे अलर्ट जारी किया है। बुधावार काे प्रदेश मे सभी जगह माैसम साफ रहेगा।
बाधित 60 सड़कें खुलने में 15 दिन लग सकते माैसम खुलने के बावजूद प्रदेश में जनजीवन अभी तक पूरी तरह से पटरी पर नहीं लाैटा है। प्रदेश में दाे एनएच सहित 60 सड़कें बाधित होने के कारण यातायात बहाल नहीं हो पाया है, ये सड़कें अभी तक अवरूद्ध हैं। इसमें एनएच 305 बंजार से आनी और एनएच 5 निगुलसेरी से निचार तक पूरी तरह से बंद है।
बंद सड़काें काे बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। सरकार की ओर से सभी बंद पड़ी सड़कों को पंद्रह सितंबर तक बहाल करने का लक्ष्य तय किया गया है।