शिमला हादसा: कार के परखच्चे, क्रैश बैरियर से बच सकती थीं जिंदगियां

शिमला हादसा: कार के उड़े परखच्चे, हृदयविदारक मंजर देख सिहर उठे लोग, क्रैश बैरियर होते तो बच जातीं जिंदगियां
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला Published by: Megha Jain Updated Wed, 26 Mar 2025
शील गांव में हुए सड़क हादसे ने चार अनमोल जिंदगियों को काल का ग्रास बना लिया। लोगों ने कहा कि अगर दुर्घटनास्थल पर क्रैश बैरियर होता तो शायद यह जिंदगियां बच जातीं।
शिमला के शोघी-आनंदपुर-मैहली बाईपास पर मंगलवार रात शील गांव में हुए सड़क हादसे ने चार अनमोल जिंदगियों को काल का ग्रास बना लिया। लोगों ने कहा कि अगर दुर्घटनास्थल पर क्रैश बैरियर होता तो शायद यह जिंदगियां बच जातीं। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बचाव के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन यहां हृदयविदारक हालात देखकर सिहर उठे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार तीखे मोड़ पर अनियंत्रित होकर सीधे 100 फीट खड़ी ढांक से गिरकर नाले में एक बड़े पत्थर के ऊपर जा गिरी। इस वजह से वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में वाहन में सवार चारों लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। घटना स्थल के पास ही वर्कशॉप का काम करने वाले परवेश ने बताया कि वह और उनका एक दोस्त सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने फौरन मामले की सूचना पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल तक पहुंचने के लिए ढांक से उतरकर पहुंचाना पड़ा जोकि काफी मुश्किल था।
अंधेरा होने की वजह से पुलिस को भी मौके तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद शवों को सड़क तक पहुंचाना चुनौतीपूर्ण कार्य था। इसुको देखते हुए एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को मौके पर शवों को निकालने के लिए बुलाया गया। अंधेरा और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण शवों को निकालने में कई घंटों का समय लग गया। देर रात तक यह कार्य चलता रहा। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां पर क्रैश बैरियर भी नहीं थे। अगर क्रैश बैरियर होते तो जानी नुकसान कम हो सकता था।