हिमाचल: स्वास्थ्य पर खतरा, राज्य की 47 सहित देशभर की 200 दवाएं फेल

Himachal News: खतरे में स्वास्थ्य! हिमाचल में बनीं 47 समेत देशभर की 200 दवाओं के सैंपल फेल
हिंदी टीवी न्यूज, बद्दी (सोलन)। Published by: Megha Jain Updated Sat, 20 Dec 2025
हिमाचल प्रदेश में बनीं 47 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। नवंबर में सीडीएसओ ने 65 और राज्य दवा नियंत्रक ने 135 दवाओं के सैंपल लिए थे। इनमें 47 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बनीं 47 दवाओं समेत देश में 200 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इनमें बुखार की दवा पैरासिटामोल, दिल के दौरे की दवा क्लोपिडोग्रेल और एसप्रिन, शुगर कम करने की मेटफोर्मिन, हार्ट की दवा रेमीप्रिल, मिर्गी के दौरे की दवा सोडियम वैल्प्रोएट, मांसपेशियों में जकड़न कम करने की दवा मेबेवेरिन हाइड्रोक्लोराइड आदि के सैंपल मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं। नवंबर में सीडीएसओ ने 65 और राज्य दवा नियंत्रक ने 135 दवाओं के सैंपल लिए थे। इनमें 47 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें सोलन जिला की 28, सिरमौर की 18 और ऊना जिला की एक दवा कंपनी शामिल है। इन कंपनियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
सिरमौर जिले के कालाअंब की एथेंस लाइफ साइंस कंपनी के पांच दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इनमें रिमिप्रिस, ग्लेमीप्राइड, मैथाप्रिड, निसोलोन व कैटोरोलेक टेबलेट शामिल हैं। मलकूमाजरा नालागढ़ की मार्टिन एंड ब्राउन बॉयोसाइंस की जेंटामाइसिन सल्फेट इंजेक्शन, बद्दी की श्रीरमेत इंडस्ट्रीज की सेफिसाइन टेबलेट, सिरमौर की बॉयोकोलिक रेमिडीज की रेमिप्राजोल सोडियम एंड डोमप्राइड एसआर कैप्सूल, बद्दी की विंग्स बॉयोटेक की गलेमेप्राइड, बद्दी की क्योरटेक फार्मास्युटिकल्स की सेफिक साइन, भटोलीकलां बद्दी की प्लेना रेमिडीज की क्लेरिथ्रोमाइसिन।















