शिमला: क्रिसमस-नववर्ष पर शोघी-तारादेवी के बीच अस्थायी चेकपोस्ट

Shimla: क्रिसमस और नववर्ष के लिए शोघी और तारादेवी के बीच बनेंगी अस्थायी चेकपोस्ट, प्रशासन ने शुरू की तैयारी
हिंदी टीवी न्यूज, शिमला। Published by: Megha Jain Updated Fri, 19 Dec 2025
डीसी ने गुरुवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस विभाग को अस्थायी चेकपोस्ट स्थापित करने के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि क्रिसमस और नया साल मनाने के लिए शिमला में हजारों पर्यटक पहुंचेंगे। पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। इसको देखते हुए शोघी और तारादेवी के बीच में विभिन्न स्थानों पर अस्थायी चेकपोस्ट बनाई जाएंगी। यहां पर एंबुलेंस की सुविधा भी रहेगी जिससे किसी भी प्रकार का हादसा होने पर लोगों को तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। डीसी ने गुरुवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस विभाग को अस्थायी चेकपोस्ट स्थापित करने के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए। जिले में ब्लैक स्पॉट का डाटा पुराना हो चुका है, इसलिए लोक निर्माण विभाग, हिमाचल पथ परिवहन निगम, एंबुलेंस ऑपरेटर और पुलिस विभाग सभी उपमंडल का डाटा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से साझा करें। ब्लैक स्पॉट की नई सूची तैयार करें। इस सूची के आधार पर सबसे संवेदनशील मार्ग के ब्लैक स्पॉट की मरम्मत करवाई जाएगी जिससे लोगों के जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। बैठक में सड़क के दोनों ओर वाहन खड़ा करने पर रोक लगाने और पार्किंग के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपायुक्त ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को उन स्कूलों से सड़क सुरक्षा के तहत आयोजित करवाई गई गतिविधियों की जानकारी लेने के निर्देश दिए जिन स्कूलों को सड़क सुरक्षा के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित करवाने के लिए बजट उपलब्ध करवाया है। उन्होंने सभी ट्रैफिक लाइट को दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम प्रोटोकॉल ज्योति राणा, आरटीओ विश्व मोहन देव चौहान, डीएसपी अमित ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। डीसी ने लोगों से आग्रह किया कि सड़क हादसा होने पर वीडियो बनाने की जगह घायलों की मदद करें। अधिकारियों को निर्देश दिए जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों तथा पुलिस थाना के बाहर गुड सेमेरिटन से संबंधित जानकारी बोर्ड पर लगाई जाए। इससे लोगों को इसकी पूरी जानकारी मिलेगी और वह हादसे में घायलों की मदद के लिए आगे आएंगे। सड़क हादसे में घायलों को कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा उपलब्ध है।















