Chardham Yatra 2024: यात्रा पर आ रहे हैं अपना पानी लाइए साथ
Chardham Yatra 2024 Ground Report: यात्रा पर आ रहे हैं अपना पानी लाइए साथ, रास्ते में शौचालयों में लटके हैं ताले तो करके आएं इंतजाम
Chardham Yatra 2024 Ground Report गौचर कर्णप्रयाग नंदप्रयाग चमोली पीपलकोटी व जोशीमठ जैसे चमोली जिले के प्रमुख यात्रा पड़ावों पर अभी तक पेयजल व शौचालय की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है। यात्रा पड़ावों पर पेयजल संस्थान की ओर से पेयजल एटीएम भी लगाए गए हैं लेकिन इनमें से अधिकतर खराब पड़े हैं।विद्युत कटौती भी यात्रा पड़ावों पर मुश्किलें बढ़ा रही है।
HIGHLIGHTS
- बदरीनाथ धाम के नंदप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी व जोशीमठ जैसे प्रमुख पड़ावों पर पेयजल व शौचालय की पर्याप्त उपलब्धता नहीं
- आवासीय सुविधाओं के लिए प्रशासन पूरी तरह होटल व्यवसायियों पर आश्रित
- विद्युत कटौती भी बढ़ा रही यात्रा पड़ावों पर मुश्किलें
गोपेश्वर: Chardham Yatra 2024 Ground Report: बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले जाने हैं, लेकिन गौचर, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी व जोशीमठ जैसे चमोली जिले के प्रमुख यात्रा पड़ावों पर अभी तक पेयजल व शौचालय की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है। हालांकि, इन पड़ावों पर संबंधित नगर निकाय ने नए शौचालय बनवाए हैं, लेकिन अधिकतर में पानी न होने से गंदगी पसरी हुई है।
पीने के पानी का संकट
बदरीनाथ धाम के मुख्य पड़ाव जोशीमठ, नंदप्रयाग व पीपलकोटी में पीने के पानी का संकट है। गर्मी बढ़ने से पेयजल स्रोत सूखने के कारण यात्रा पड़ावों पर हर बार पीने के पानी का संकट हो जाता है। वैसे यात्रा पड़ावों पर पेयजल संस्थान की ओर से पेयजल एटीएम भी लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर खराब पड़े हैं।
हालांकि, पेयजल संस्थान यात्रा शुरू होने से पहले सभी पेयजल एटीएम सुचारु करने का दावा कर रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस बार दस-दस किमी की दूरी पर सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं, लेकिन इनमें कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, पुरसाड़ी व बिरही समेत अन्य शौचालयों पर ताले लटके हुए हैं।
आवासीय सुविधाओं के लिए प्रशासन पूरी तरह होटल व्यवसायियों पर आश्रित है। विद्युत कटौती भी यात्रा पड़ावों पर मुश्किलें बढ़ा रही है।
यात्रा पड़ावों पर पेयजल, शौचालय व पार्किंग सहित अन्य जरूरी सुविधाएं जुटाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं सुचारु कर दी जाएंगी, ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो। – हिमांशु खुराना, जिलाधिकारी, चमोली