Hamirpur: शुरू नहीं हुआ बस स्टैंड का कार्य

Hamirpur (Himachal) News: शिलान्यास को 12 साल बीते, एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पाया हमीरपुर का बस स्टैंड
वाद न्यूज एजेंसीहमीरपुर। जिला हमीरपुर ने प्रदेश को दो मुख्यमंत्री दिए हैं, लेकिन जिला मुख्यालय पर एक बस स्टैंड की कमी लंबे समय से खल रही है। 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर बाईपास पर एचआरटीसी के बस स्टैंड की आधारशिला रखी थी। यहां पर 72 कनाल सरकारी भूमि को एचआरटीसी के नाम भी ट्रांसफर किया गया, लेकिन शिलान्यास के 12 वर्षों के बाद भी यहां बस स्टैंड का कार्य शुरू नहीं हुआ। इसके चलते मौजूदा बस स्टैंड से ही काम चलाना पड़ रहा है।
र्तमान में शहर में जो बस स्टैंड है, वहां पर महज 25 बसों के खड़ा होने की क्षमता है। जबकि, एचआरटीसी हमीरपुर डिपो में ही 143 बसें और 250 निजी बसें हैं, जो दिनभर इस बस स्टैंड से लोकल और अंतरराज्यीय रूटों के लिए रवाना होती हैं। पर्याप्त जगह के अभाव में रोजाना बस स्टैंड में जाम की स्थिति रहती है। यात्रियों को भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं। एचआरटीसी के अधिकारी केवल रूटों पर जाने वाली बसें ही बस स्टैंड पर भेजते हैं, जबकि शेष बसें वर्कशॉप और बाईपास पर खड़ी रहती हैं। फरवरी में गांधी चौक पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक आशीष शर्मा की मांग पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नए बस स्टैंड को शीघ्र बनाने की घोषणा की थी। छह माह बाद भी यह योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर हमीरपुर में बस स्टैंड को लेकर जगह तलाशी जा रही है। वर्ष 2011 में जहां बस स्टैंड का शिलान्यास किया गया था, उसका भी निरीक्षण किया गया है।
-मनीष कुमार सोनी, एसडीएम हमीरपुर।
मौजूदा बस स्टैंड काफी छोटा है। यात्रियों और बस ऑपरेटरों को दिक्कतें पेश आ रही हैं। हमीरपुर में बहुत जल्द नया बस स्टैंड बनेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री के समक्ष मामला उठाया गया है और उन्होंने आश्वासन दिया है।
-आशीष शर्मा, विधायक, विस क्षेत्र हमीरपुर।
हमीरपुर बाईपास पर बस स्टैंड के निर्माण के कई बार टेंडर आमंत्रित किए गए, लेकिन कोई भी कंपनी वहां पर बस स्टैंड बनाने के लिए तैयार नहीं। क्योंकि ढलान और कच्ची जगह होने के चलते वहां पर बस स्टैंड के निर्माण की लागत अधिक आंकी जा रही है। यह मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में भी है।
-विवेक लखनपाल, डीडीएम, एचआरटीसी हमीरपुर।