Himachal Weather: हिमाचल में भारी बर्फबारी, 241 सड़कें और 677 बिजली ट्रांसफार्मर ठप, तस्वीरों में जानें हालात

Snowfall in Himachal Today :हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच तीसरे दिन भी बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फ से लकदक हो गए हैं। जबकि अन्य क्षेत्रों में बारिश दर्ज हुई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इस सीजन व नए साल की पहली बर्फबारी हुई है। रिज व मालरोड पर मौजूद सैलानी बर्फ के फाहे गिरते देख झूम उठे। चंबा के खज्जियार में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। जिले के चुराह, भरमौर, पांगी, डलहौजी में बर्फबारी लगातार जारी है। जनजातीय क्षेत्र पांगी का संपर्क अन्य भागों से कट गया है। अधिकांश पंचायतों में बिलजी आपूर्ति ठप है।
बारिश-बर्फबारी से राज्य में गुरुवार सुबह 10:00 बजे तक छह नेशनल हाईवे और 241 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं। प्रदेश में 677 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप हैं। सबसे ज्यादा 139 सड़कें लाहौल-स्पीति में बंद हैं। किन्नौर में 20, कुल्लू 11, मंडी 14 और शिमला में 13 सड़कें बंद हैं। लाहौल घाटी बर्फ से लकदक हो गई है। यहां लगातार तीसरे दिन बर्फबारी जारी है। अटल टनल के साउथ पोर्टल में दो फीट से अधिक बर्फबारी होने से लाहौल घाटी का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है। बारिश-बर्फबारी से किसान-बागवानों चेहरे खिल गए हैं। सड़कों के साथ कई इलाकों में बिजली भी गुल है।चंबा-तीसा मुख्य सड़क खुली है। जबकि तीसा-बैरागढ़, देवीकोठी- टेपा मार्ग, तरेला-गुईला मार्ग, तरेला-जुनास मार्ग, तरेला-बौदेडी-मंगली, मार्ग, नकरोड़-भराड़ा मार्ग, नकरोड़-चांजू, तीसा-सनवास, भंजराडू-चनवास, नकरोड़-आयल, हिमगिरि-आयल- जसौरगढ़- दियोला बंद है। चुराह उपमंडल ग्राम पंचायत खजुआ के गांव कैया में 1 फीट ताजा हिमपात हुआ है। । जबकि तीसा-बैरागढ़, देवीकोठी- टेपा मार्ग, तरेला-गुईला मार्ग, तरेला-जुनास मार्ग, तरेला-बौदेडी-मंगली, मार्ग, नकरोड़-भराड़ा मार्ग, नकरोड़-चांजू, तीसा-सनवास, भंजराडू-चनवास, नकरोड़-आयल, हिमगिरि-आयल. जसौरगढ़- दियोला बंद है। चुराह उपमंडल ग्राम पंचायत खजुआ के गांव कैया में 1 फीट ताजा हिमपात हुआ है।किन्नौर जिले के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से लकदक हो गए हैं। किन्नौर जिले के रक्षम, भावावैली, छितकुल, कल्पा, कुन्नौचारंग, नेसंग, हांगो और चुलिंग में भारी बर्फबारी हुई है। कम ऊंचाई वाले भागों में बारिश दर्ज की गई है। ताजा हिमपात और बारिश से समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। सोलन जिले के बद्दी, नालागढ़ क्षेत्र में भी सुबह से बारिश हो रही है। इससे जहां ठंड में इजाफा हुआ है, वहीं किसानों, बागवानों को भी राहत मिली है।प्रदेश के बर्फीले इलाकों में एक दर्जन से ज्यादा सरकारी और निजी बसें फंसीं हुई हैं। कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में बर्फबारी-बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। ऊपरी क्षेत्रों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। भारी बर्फबारी के चलते कुल्लू से मनाली की तरफ जाने वाली बस सेवाएं भी प्रभावित हैं। बर्फबारी और बारिश से सड़कें व रास्ते बंद होने से कुल्लू के स्कूलों में 2 फरवरी तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।बर्फबारी से अटल टनल रोहतांग होकर मनाली-केलांग नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बाधित हो गई हैं। लाहौल का संपर्क कुल्लू जिला से कट गया है। जबकि कई गांवों में बिजली भी गुल हो गई है। बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। वहीं बारिश के चलते मनाली की ओर बस सेवाएं भी प्रभावित हो गई हैं। मनाली की ओर जाने वाली बसों को पतलीकूहल से आगे नहीं भेजा जा रहा। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बसों के पहिये थम जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, मनाली में गुरुवार सुबह बारिश का दौर शुरू हो गया है। सड़कें बारिश के चलते लबालब हो गईं। कुल्लू में भी बारिश हुई। नालियों की उचित निकासी नहीं होने से लोगों को दिक्कतें पेश आ रही है। बारिश व बर्फबारी के चलते कुल्लू व लाहौल घाटी कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गई है।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने गुरुवार को प्रदेश के मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों किन्नौर, लाहौल-स्पीति सहित चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 2 फरवरी को केवल उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहने के आसार हैं। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने की संभावना है। 3 और 4 फरवरी को पूरे प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी हुआ है।

राजधानी शिमला में बर्फबारी शुरू हो गई है। एचआरटीसी के ऊपरी शिमला के लिए 90 फीसदी रूट ठप हैं। नेरवा, चौपाल के लिए बुधवार से बसों का संचालन बंद है। जगह-जगह 50 बसें फंसी हैं। एचआरटीसी की बस सेवाएं बुरी तरह से प्रभापित हैं। शिमला में बर्फबारी से यातायात प्रभावित हुआ है।

रामपुर-शिमला
मनाली-लेह
आनी-कुल्लू
ग्रांफू-काजा
चंबा-भरमौर

मंडी जिले के धार्मिक स्थलों में भारी बर्फबारी के बीच पारा लुढ़कने के कारण निचले क्षेत्रों में भी बर्फ के फाहे गिरना शुरू हो गए हैं। जंजैहली, सरोआ, सजिहन्नी, रोहांडा और पांगणा की पहाड़ियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी और बारिश के कारण लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई है। शिकारी देवी में चार फीट और कमरुनाग में दो फुट बर्फबारी दर्ज की गई है।


शिमला में न्यूनतम तापमान 1.8, संदरनगर 6.4 , भुंतर 5.5, कल्पा -2.4, धर्मशाला 4.2 , ऊना 9.5, नाहन 6.1, पालमपुर 3.5 , सोलन 3.6 , मनाली -0.1, कांगड़ा 8.0, मंडी 6.3, बिलासपुर 9.6, हमीरपुर 7.9, डलहौजी 0.9, जुब्बड़हट्टी 5.0., कुफरी 0.2 ,कुकुमसेरी -3.1, नारकंडा -2.1, रिकांगपिओ -0.2, सेऊबाग 3.5, धौलाकुआं 10.4, बरठीं 8.6, समदो -2.1, पांवटा साहिब 10.0., सराहन 0.5 और देहरागोपीपुर में 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

स्थानीय लोगों व पयर्टकों के लिए जरूरी एडवाइजरी
- मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें।
- संबंधित विभागों द्वारा जारी सलाह और दिशानिर्देशों का पालन करें।
- अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले अपने मार्ग पर यातायात की जांच करें।
- बर्फबारी के प्रति संवेदनशील इलाकों का रुख न करें
- तापमान कम होने के कारण पशुओं को घर के अंदर ही रखें, उन्हें रखने की पर्याप्त व्यवस्था करें।
