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HP Assembly Budget Session: सीएम सुक्खू बोले-सरकारी क्षेत्र में हो रही 20 हजार पदों की भर्ती

HP Assembly Budget Session live updates: प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की बैठक की शुरुआत शिलान्यास पट्टिकाएं लगाने और हटाने के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में नोकझोंक से हुई।
एक लाख रोजगार हर साल देने की बात की
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सदन में कहा कि राज्य सरकार ने एक लाख रोजगार हर साल देने की बात की है। रोजगार केवल सरकारी नौकरी के लिए ही नहीं होता है। सुक्खू बोले कि नए आयोग का आधारभूत ढांचा बनाने में वक्त लग रहा है। पेपर लीक जैसा भ्रष्टाचार दोबारा से न हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि दीपक सानन कमेटी की रिपोर्ट आ गई है कि अभी आना शेष है। हर मामले में कमेटी और सब कमेटी बनाई जा रही है। राज्य चयन आयोग में कब अध्यक्ष लगाया जाएगा और कब भर्ती शुरू होगी। प्रश्नकाल में जवाब देते हुए सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा हजारों युवा यह सोचकर देते थे कि उनकी नौकरी लगेगी। कितने ही युवाओं को धोखा दिया गया। जो योग्य नहीं होते थे, वे पेपर लीक करने के बाद उत्तीर्ण होते थे। चेयरमैन की नियुक्ति करने के बाद इस परीक्षा को शुरू करेंगे। जेओए आईटी के बच्चे पिछली सरकार के कार्यकाल के हैं, जो आजकल धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस सरकार को तो एक ही साल सत्ता में आकर हुआ है। लोकसेवा आयोग को इन नियुक्तियों के बारे में लिख लिया गया है। उनका मानना है कि राज्य चयन आयोग जल्दी ही इस प्रक्रिया को शुरू करेगा। सबकुछ कंप्यूटर आधारित होगा।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सदन में कहा कि राज्य सरकार ने एक लाख रोजगार हर साल देने की बात की है। रोजगार केवल सरकारी नौकरी के लिए ही नहीं होता है। सुक्खू बोले कि नए आयोग का आधारभूत ढांचा बनाने में वक्त लग रहा है। पेपर लीक जैसा भ्रष्टाचार दोबारा से न हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि दीपक सानन कमेटी की रिपोर्ट आ गई है कि अभी आना शेष है। हर मामले में कमेटी और सब कमेटी बनाई जा रही है। राज्य चयन आयोग में कब अध्यक्ष लगाया जाएगा और कब भर्ती शुरू होगी। प्रश्नकाल में जवाब देते हुए सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा हजारों युवा यह सोचकर देते थे कि उनकी नौकरी लगेगी। कितने ही युवाओं को धोखा दिया गया। जो योग्य नहीं होते थे, वे पेपर लीक करने के बाद उत्तीर्ण होते थे। चेयरमैन की नियुक्ति करने के बाद इस परीक्षा को शुरू करेंगे। जेओए आईटी के बच्चे पिछली सरकार के कार्यकाल के हैं, जो आजकल धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस सरकार को तो एक ही साल सत्ता में आकर हुआ है। लोकसेवा आयोग को इन नियुक्तियों के बारे में लिख लिया गया है। उनका मानना है कि राज्य चयन आयोग जल्दी ही इस प्रक्रिया को शुरू करेगा। सबकुछ कंप्यूटर आधारित होगा।
सीएम सुक्खू बोले- वह राजेंद्र राणा की पीड़ा को समझते हैं
सदन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि स्मार्ट बिजली मीटर का 3500 करोड़ रुपये का टेंडर दोबारा से लगाया गया है। सरकार ने सत्ता में आने के बाद पिछली सरकार के चुनाव से पहले के फैसलों की समीक्षा की थी। समीक्षा के बाद पिछले टेंडर की प्रक्रिया को खत्म कर दिया था। अब इसे दोबारा से लगाया जा रहा है। सुक्खू ने यह बात विधायक राजेंद्र राणा, जनकराज और राकेश जम्वाल के संयुक्त प्रश्न के उत्तर में दी। प्रश्नकाल में इन विधायकों ने खंभों, मीटरों, सर्विस वायर और अन्य जरूरी सामान की कमी का मामला उठाया। नए कनेक्शन लेने में लंबा इंतजार करने और रिक्त पदों को भरने का मामला भी उठाया। इसके जवाब में सीएम सुक्खू ने कहा कि वह राजेंद्र राणा की पीड़ा को समझते हैं और विधायक जनक राज की भी। पीड़ा का इलाज करने के ही सरकार ने उन्हें सत्ता में लाया है। एक हफ्ते के अंदर बिजली मीटर पहुंच जाएंगे। 2021 के बाद कोरोना काल के बाद 29 लाख मीटर हो चुके हैं। राज्य में परिवार 20 लाख हैं। इसमें सुधार की जरूरत है। इस संबंध में आगे बढ़ना होगा। सरकार टीमेट और अन्य श्रेणियों के पदों को भरने की प्रक्रिया को गंभीरता से देख रही है। स्टाफ की कमी नहीं आने देंगे। जनकराज ने कहा कि मीटर नहीं मिल रहे हैं। ट्रांसफार्मरों की कमी चल रही है। जहां लाइट की गुणवत्ता और ट्रांसफार्मर की जरूरत है, वहां उपलब्ध करवाएंगे।
सदन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि स्मार्ट बिजली मीटर का 3500 करोड़ रुपये का टेंडर दोबारा से लगाया गया है। सरकार ने सत्ता में आने के बाद पिछली सरकार के चुनाव से पहले के फैसलों की समीक्षा की थी। समीक्षा के बाद पिछले टेंडर की प्रक्रिया को खत्म कर दिया था। अब इसे दोबारा से लगाया जा रहा है। सुक्खू ने यह बात विधायक राजेंद्र राणा, जनकराज और राकेश जम्वाल के संयुक्त प्रश्न के उत्तर में दी। प्रश्नकाल में इन विधायकों ने खंभों, मीटरों, सर्विस वायर और अन्य जरूरी सामान की कमी का मामला उठाया। नए कनेक्शन लेने में लंबा इंतजार करने और रिक्त पदों को भरने का मामला भी उठाया। इसके जवाब में सीएम सुक्खू ने कहा कि वह राजेंद्र राणा की पीड़ा को समझते हैं और विधायक जनक राज की भी। पीड़ा का इलाज करने के ही सरकार ने उन्हें सत्ता में लाया है। एक हफ्ते के अंदर बिजली मीटर पहुंच जाएंगे। 2021 के बाद कोरोना काल के बाद 29 लाख मीटर हो चुके हैं। राज्य में परिवार 20 लाख हैं। इसमें सुधार की जरूरत है। इस संबंध में आगे बढ़ना होगा। सरकार टीमेट और अन्य श्रेणियों के पदों को भरने की प्रक्रिया को गंभीरता से देख रही है। स्टाफ की कमी नहीं आने देंगे। जनकराज ने कहा कि मीटर नहीं मिल रहे हैं। ट्रांसफार्मरों की कमी चल रही है। जहां लाइट की गुणवत्ता और ट्रांसफार्मर की जरूरत है, वहां उपलब्ध करवाएंगे।
सीएम सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ने ये कहा
इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह मामला जनप्रतिनिधियों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। बगस्याड़ स्कूल में वह पढ़े हैं। वह आधे घंटे के लिए गए। वहां इनके करीबी आदमी है, उन्होंने तीसरे दिन सारे के सारे शिक्षक बदल दिए। इस बारे में किसी भी तरह की शुरुआत मुख्यमंत्री को करनी होगी। जहां वह बैठते हैं, वहां छोटी सी पट्टिका लगी थी। वह हटा दी गई। ओक ओवर में लिफ्ट लगाई, वहां से भी उनके नाम की पट्टिका को हटा दिया गया। यह सही नहीं है। स्वयं से इसकी शुरुआत करें। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ओक ओवर में इनके नाम की पट्टिका लगी है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने तो इनके वक्त का सुरक्षा का स्टाफ तक नहीं बदला है। अगर कोई पट्टिका इनके नाम के साथ होगी तो उसे लगा देंगे। कांग्रेस सरकार लोगों के दिलों में पट्टिका लगाना चाहती है। किसने पट्टिका हटाई है, इसे मालूम किया जाएगा। किसी के नाम की न तो पट्टिका हटाई जाएगी। अगर हटाई गई है तो उसे दोबारा से लगा दिया जाएगा।
इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह मामला जनप्रतिनिधियों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। बगस्याड़ स्कूल में वह पढ़े हैं। वह आधे घंटे के लिए गए। वहां इनके करीबी आदमी है, उन्होंने तीसरे दिन सारे के सारे शिक्षक बदल दिए। इस बारे में किसी भी तरह की शुरुआत मुख्यमंत्री को करनी होगी। जहां वह बैठते हैं, वहां छोटी सी पट्टिका लगी थी। वह हटा दी गई। ओक ओवर में लिफ्ट लगाई, वहां से भी उनके नाम की पट्टिका को हटा दिया गया। यह सही नहीं है। स्वयं से इसकी शुरुआत करें। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ओक ओवर में इनके नाम की पट्टिका लगी है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने तो इनके वक्त का सुरक्षा का स्टाफ तक नहीं बदला है। अगर कोई पट्टिका इनके नाम के साथ होगी तो उसे लगा देंगे। कांग्रेस सरकार लोगों के दिलों में पट्टिका लगाना चाहती है। किसने पट्टिका हटाई है, इसे मालूम किया जाएगा। किसी के नाम की न तो पट्टिका हटाई जाएगी। अगर हटाई गई है तो उसे दोबारा से लगा दिया जाएगा।
HP Assembly Budget Session: सीएम सुक्खू बोले-सरकारी क्षेत्र में हो रही 20 हजार पदों की भर्ती
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की बैठक की शुरुआत शिलान्यास पट्टिकाएं लगाने और हटाने के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में नोकझोंक से हुई। द्रंग के विधायक पूर्ण चंद ने इस संबंध में प्रश्न किया। उत्तर में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि लोकतंत्र की परिभाषा है कि पांच साल के लिए चुनकर आते हैं। पूर्ण चंद ठाकुर ने बात ध्यान में लाई है। यह स्पष्ट किया जाता है कि कोई सरकारी ओहदे पर हो या चुना हुआ हो, उसी की पट्टिका लगेगी। अगर चुना हुआ प्रतिनिधि नहीं है तो किसी का नाम पट्टिका पर नाम नहीं रहेगा। जो भी अधिकारी इसकी अवहेलना करेगा, उस पर कार्रवाई होगी। सुंदरनगर के भाजपा विधायक राकेश जम्वाल ने अनुपूरक प्रश्न किया कि यह मामला द्रंग का ही नहीं, सुंदरनगर का भी है। जहां पट्टिकाएं लगा दी गई हैं, क्या उन्हें बदला जाएगा। इस पर सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की कोई भी ऐसी बात नहीं होगी।
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