Pastor Bajinder Singh: 50 से 10 लाख अनुयायियों तक कैसे पहुंचा चमत्कारों का दावा?

Pastor Bajinder Singh: 50 अनुयायी से शुरू हुआ सफर 10 लाख समर्थकों तक कैसे पहुंचा? करता था चमत्कार
हिंदी टीवी न्यूज़, जालंधर Published by: Megha Jain Updated Thu, 03 Apr 2025
Pastor Bajinder Singh: अपने चमत्कार से लोगों को ठीक करने का दावा करने वाला पादरी बजिंदर सिंह अब सलाखों के पीछे है। पास्टर बजिंदर सिंह के 10 लाख से ज्यादा समर्थक हैं। वर्ष 2016 में पादरी ने चंडीगढ़ और जालंधर में अपनी चर्च शुरू की थी, तब उसके कुल 50 अनुयायी थे।
महिला से दुष्कर्म के दोषी पादरी बजिंदर सिंह ने 2016 में चंडीगढ़ और जालंधर के ताजपुर में चर्च शुरू की थी। उस समय केवल 50 अनुयायी थे लेकिन महज 9 साल में चर्च ने नंबर वन होने का दावा किया। हाल में क्रिसमस में 10 लाख लोग ताजपुर चर्च में पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म के मामले में मोहाली की जिला अदालत ने पादरी बजिंदर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
चंडीगढ़ में बजिंदर सिंह के चर्च ग्लोरी ऑफ विजडम मिनिस्ट्री की पहली बैठक 2016 में हुई थी। इसमें केवल 100 लोग थे। बजिंदर सिंह अभिषेक तेल व पानी से मरीजों का उपचार करने का दावा करता था। उसका कहना था कि तेल बुरी आत्माओं व शक्तियों को शरीर से निकाल देता है। बजिंदर सिंह की मैरिज एनवर्सरी पर आयोजित प्रार्थना सभा में भारी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान प्रचार किया गया कि जो इस प्रार्थना सभा में शरीक होगा, उसे बड़ी शांति मिलेगी और एक नया अभिषेक पाएंगे। अगर आप किसी बीमारी, समस्या या आर्थिक तंगी में हैं तो मैं आपके लिए प्रार्थना करूंगा। इसके बाद जीवन में नए नए चमत्कार देखने को मिलेंगे।
अंधी लड़की की दृष्टि बहाल करने का दावा
मूक बधिक, एड्स व व्हीलचेयर पर आने वालों के ठीक होने के वीडियो वायरल होते रहे लेकिन एक कार्यक्रम में अपने भविष्यसूचक उपचार के प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने जन्म से अंधी एक छोटी लड़की के लिए प्रार्थना की, और दावा किया कि वह उसकी दृष्टि बहाल कर सकता है। पास्टर बजिंदर ने घोषणा की कि प्रभु ने बच्ची को आशीर्वाद दिया है, उसे दृष्टि प्रदान की है, भीड़ में खुशी की लहर दौड़ गई। लड़की के माता-पिता ने आंसू बहाते हुए अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। बजिंदर को अपने भविष्य का पता नहीं चला कि आगे उसको जेल में जाना पड़ेगा।
पंजाब में छह बड़ी मिनिस्ट्री
पंजाब में छह बड़ी मिनिस्ट्री हैं जो आजाद चर्च चलाते हैं, जिसमें जालंधर में अंकुर नरूला, खोजोवाल में रंजीत सिंह, रोपड़ व अमृतसर की प्रमुख हैं। बहरहाल बजिंदर सिंह की सुरक्षा वापस ले ली गई है। चर्च रविवार सुबह 9 बजे खुलती थी और शाम तक भीड़ रहती थी हालांकि सभा 12 बजे खत्म हो जाती थी। सरकारी गाड़ी कोई नहीं मिली थी निजी गाड़ियां थी और स्थानीय पुलिस लाइन व पीएपी से सुरक्षा मिली थी जिनकी संख्या 15 थी जिसमें 9 पीएपी व छह स्थानीय पुलिस से थे सारी सुरक्षा वापस चली गई है।