Rajasthan Vidhan Sabha LIVE: निलंबित कांग्रेस विधायकों का हंगामा, डोटासरा धरने पर

Rajasthan Vidhan Sabha LIVE: निलंबित कांग्रेस विधायकों का हंगामा, धरने पर डोटासरा; सुरक्षाकर्मियों से झड़प
हिंदी टीवी न्यूज़, जयपुर Published by: Megha Jain Updated Tue, 25 Feb 2025
Rajasthan Vidhan Sabha News Live: राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को एक नया इतिहास बन गया। बिना प्रतिपक्ष के ही विधानसभा की कार्यवाही चल रही है। कांग्रेस विधायक सदन के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। निलंबित कांग्रेस विधायक सदन में घुसना चाहते थे। इस वजह से कांग्रेस विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद कांग्रेस विधायक धरने पर बैठ गए हैं।
सत्ता पक्ष कर रहा विवाद खड़ा-पूर्व सीएम अशोक गहलोत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से सत्ता पक्ष की तरफ से यह विवाद खड़ा किया गया है। उन्होंने कहा कि टिप्पणी को लेकर माफी मांग ली जाती तो बात वहीं खत्म हो जाती।
सदन में स्पीकर ने दी नई व्यवस्था
राजस्थान विधानसभा के स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि कोई भी सदस्य यदि खड़े होकर आसान की अव्हेलना करेगा वो निलंबित माना जाएगा। कोई प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सदन में धरना प्रदर्शन किया। इसके लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं भी की गई। बाप को बड़ा मन रखना पड़ता है पर बेटे को भी बेटा धर्म निभाना पड़ता है।
डोटासरा को पूरे कार्यकाल के लिए निलंबित किया जाए-गोपाल शर्मा
जयपुर सिविल लाइन्स के विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि विधायक गोविंद सिंह डोटासरा की सदस्यता को पूरे कार्यकाल के लिए रद्द किया जाना चाहिए। अगर कड़े फैसले नहीं लिए जाते हैं तो हम लोग पाप के भागीदार बनते हैं। ऐसे शब्दों का उपयोग कभी किसी अध्यक्ष के लिए नहीं किया गया है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने गैर जिम्मेदार काम किया-जोगाराम पटेल, संसदीय कार्य मंत्री
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अपना दायित्व पूरे नियमों के अनुसार निभाया है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने आसान के प्रति गैर जिम्मेदार बयान दिया है। इसके बाद भी दोनों पक्षों को बैठाकर आपने बात की। इसके बाद भी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने गैर जिम्मेदार काम किया है। कल का दिन कांग्रेस के लिए काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का बयान सभी जगह रिकार्ड हो गया है। इससे पूरे राजस्थान में कांग्रेस छवि खराब हुई है।
सरकार काम नहीं कर रही है- गोविन्द सिंह डोटासरा
ये सरकार काम नहीं कर रही है। सदन चलाने के लिए ऐसा नहीं किया जाता है। मंत्री ने जो गलत कहा उस पर माफी नहीं मांगी गई है। हम जनता के लोग हैं। अमर्यादित टिप्पणी करने पर भी माफी नहीं मांगी गई है। मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से नहीं हटाया गया है।
मठों के लिए बड़ी घोषणा हो- रविन्द्र सिंह भाटी, शिव विधायक
शिव विधायक रवीन्द्र सिंह भाटी ने सदन में कहा कि भारत पाकिस्तान सीमा पर बहुत से मठ हैं। इनकी स्थिति सुधारने के लिए सरकार कदम उठाए। यहां स्थित ख्याला मठ बहुत महत्वपूर्ण है। यहां की जमीन उपहार के स्वरुप दी गई थी। ये पश्चिमी राजस्थान की आस्था का केन्द्र हैं। आस्था के केन्द्र रखने वाले मठों को लेकर सरकार शिवरात्री पर बड़ी घोषणा करें। शिव में बाबा गरीब नाथ का भी मठ है। ये मठ जीवन यापन के लिए भी लोगों को मदद करते हैं। युध्द के समय भी संत महात्मा लड़ने के लिए आगे आते थे। सभी विधायकों एक निजी बल लाएं। बाबा गरीब नाथ के मठ के लिए कुछ किया जाए।
कांग्रेस विधायकों के सवालों का दिया जा रहा जवाब
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही बिना कांग्रेस विधायकों के चल रही है। सदन की कार्यवाही का कांग्रेस विधायक बहिष्कार कर रहे हैं।।वे सदन के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। सदन में उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहना है कि सवाल सदन की कार्यवाही का हिस्सा होते हैं। जो नहीं है उनके सवाल वे ही पूछ लेते हैं
दादा-दादी, नाना-नानी सम्मानजनक शब्द-मदन राठौड़,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि हमारे समाज में दादा-दादी, नाना-नानी सम्मानजनक शब्द है और ये शब्द हमारे परिवार में आदर के रूप में संबोधित किए जाते हैं। ऐसे में आपकी दादी शब्द पर सदन का बहिष्कार करना, सदन में आसन की ओर चढ़ने का प्रयास करना एक अच्छे विपक्ष का कार्य नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक ओर विधानसभा स्पीकर के कक्ष में जाकर गतिरोध दूर करने के लिए सहमति जताई, लेकिन सदन में जाकर अपनी ही बात से मुकर गए। इससे इनका दोहरा चरित्र उजागर होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा दादी शब्द पर बेवजह राजनीति करने पर कहा कि प्रदेश में विपक्ष सदन की गरिमा को भूल गया।