Super Over: क्या हर सुपर ओवर में मिलती है नई गेंद? रोहित ने क्यों की दूसरी बार बल्लेबाजी; जानें आईसीसी के नियम

भारत और अफगानिस्तान के बीच मैच में दो सुपर ओवर हुए। इसके बाद सभी के लिए इससे जुड़े नियमों को समझना मुश्किल हो गया। यहां हम सुपर ओवर से जुड़े सभी नियम बता रहे हैं।भारत और अफगानिस्तान के मैच में रोमांच की सारी हदें पार हो गईं। पहली बार टीम इंडिया के किसी मैच में दो सुपर ओवर हुए और भारत ने अंत में जीत हासिल की। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। दोनों टीमों ने अपने निर्धारित 20 ओवरों में 212 रन बनाए और पहले सुपर ओवर में 16 और रन बनाए। दूसरे सुपर ओवर में एक नाटकीय और कुछ हद तक विवादास्पद घटनाक्रम के बाद भारतीय टीम को जीत मिली।
2019 विश्व कप फाइनल में हुए विवाद के बाद बाउंड्री लगाने से जुड़े नियम को हटा दिया गया था। अब सुपर ओवर से जुड़े नियमों के बारे में कुछ गलतफहमियां हैं, जिन्हें हम यहां दूर करने वाले हैं।
गेंदबाज से जुड़े नियम
एक गेंदबाज जिसने पहला सुपर ओवर फेंका है, वह दूसरी बार गेंदबाजी नहीं कर सकता। यही कारण है कि दूसरे सुपर ओवर में न तो अजमतुल्लाह उमरजई और न ही मुकेश कुमार को गेंद दी गई। दोनों तेज गेंदबाजों ने 16 रन दिए थे। दूसरे सुपर ओवर में अफगानिस्तान को फरीद अहमद और भारत को रवि बिश्नोई से गेंदबाजी करानी पड़ी। फरीद ने 11 रन देकर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन बिश्नोई ने दो विकेट लेकर मैच ही खत्म कर दिया।
पारी बदलने के नियम
सुपर ओवर में टीमों के बल्लेबाजी करने का क्रम बदल जाता है। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की, लेकिन सुपर ओवर में अफगानिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी के लिए आई। वहीं, दूसरे सुपर ओवर में फिर टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की। सुपर ओवर में कोई भी टीम लगातार दो पारियों में लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकती।
बल्लेबाजों से जुड़े नियम
एमसीसी के नियम के अनुसार, जो बल्लेबाज पहले सुपर ओवर में आउट हो गया है, वह दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी नहीं कर सकता है। सुपर ओवर शुरू होने से पहले दोनों टीमें अपने तीन बल्लेबाजों के नाम तय करती है, जो सुपर ओवर में भाग लेंगे। यदि किसी बल्लेबाज को पहले सुपर ओवर में चुना गया है, लेकिन उसने बल्लेबाजी नहीं की या आउट नहीं हुआ, तो वह दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी कर सकता है। इसी तरह, यदि वह रिटायर हर्ट हो जाता है, तो विकेट गिरने पर या अगले सुपर ओवर में वह बल्लेबाजी करने के योग्य रहता है। मैच के दौरान भी खिलाड़ी रिटायर हर्ट होने के बाद विकेट गिरने पर बल्लेबाजी के लिए आते हैं। अधिकतर मौकों पर बल्लेबाज नौवां विकेट गिरने के बाद चोट के बावजूद बल्लेबाजी करते देखे गए हैं।
भारत ने यशस्वी जयसवाल की जगह दूसरे सुपर ओवर में संजू सैमसन को बल्लेबाजी के लिए भेजा। यह पूरी तरह से एक रणनीतिक निर्णय था। यशस्वी पहले सुपर ओवर में नाबाद थे, लेकिन रिंकू सिंह ने दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी की, क्योंकि वह रोहित की जगह लेने के बाद पहले सुपर ओवर में नाबाद रहे थे। रोहित ने बल्लेबाजी क्यों की, इसे लेकर अभी भी असमंजस बरकरार है। रिटायर होने और रिटायर आउट होने में अंतर है। यदि कोई बल्लेबाज रिटायर हो जाता है, तो वह फिर से बल्लेबाजी कर सकता है, लेकिन रिटायर आउट होने वाला बल्लेबाज दोबारा बल्लेबाजी नहीं कर सकता। मैट में जो हुआ उसके अनुसार, रोहित ‘रिटायर आउट’ हो चुके थे, जिसका मतलब है कि उन्हें बल्लेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। लेकिन वह बल्लेबाजी के लिए आए। इसका मतलब है कि वह रिटायर आउट नहीं रिटायर हुए थे ताकि आखिरी गेंद में दो रन भागने के लिए रिंकू सिंह तेजी से दौड़ सकें।
एक मैच में कितने सुपर ओवर हो सकते हैं?
आईसीसी के नियम के अनुसार तब तक सुपर ओवर होने चाहिए, जब तक मैच का नतीजा न आ जाए। अगर भारत और अफगानिस्तान के बीच दूसरा सुपर ओवर भी टाई होता तो तीसरा सुपर ओवर कराया जाता। अगर कोई सुपर ओवर पूरा होने से पहले बारिश आ जाती या किसी अन्य वजह से आगे का खेल संभव नहीं होता तो मैच टाई रहता।
क्या हर सुपर ओवर में नई गेंद मिलती है?
नहीं, सुपर ओवर के लिए नई गेंद नहीं मिलती। मेजबान क्रिकेट बोर्ड हर टी20 मैच के लिए गेंदों का एक बक्सा उपलब्ध कराता है। इसमें छह नई गेंदें होती हैं और कई पुरानी गेंदें होती हैं, जो अलग-अलग ओवर तक इस्तेमाल की गई होती हैं। सुपर ओवर में उन्हीं गेंदों का इस्तेमाल होता है, जिनसे पूरा मैच खेला गया है। गेंदबाजी करने वाली टीम मैच में इस्तेमाल हुई कोई भी गेंद को सुपर ओवर करने के लिए चुन सकती है। सुपर ओवर में दूसरी पारी में गेंदबाजी करने वाली टीम भी उन्हीं गेंदों में से कोई गेंद चुन सकती है। वह गेंद भी जिससे विपक्षी टीम ने सुपर ओवर में गेंदबाजी की है।