पायलटों की सिक लीव के कारण विस्तारा का परिचालन प्रभावित, एक दर्जन से ज्यादा उड़ानें रद और कई विलंबित
कुछ विमानों के रखरखाव की अनिवार्य आवश्यकताएं और परिचालन की अन्य वजहें भी विस्तारा के परिचालन के प्रभावित होने के कारण हैं। विस्तार की अभी तक एक दर्जन से अधिक उड़ानें रद कर दी गई हैं। बड़ी संख्या में विस्तारा की उड़ानें एक सप्ताह से अधिक समय से विलंबित हैं। एयरलाइन कंपनी ने कई दिनों से जारी देरी और उड़ानें रद होने की बात स्वीकार की है।
HIGHLIGHTS
- एयरलाइन की एक दर्जन से ज्यादा उड़ानें रद और कई विलंबित।
- प्रवक्ता बोले- छुट्टियां सीमा के भीतर, परिचालन प्रभावित होने का यही एक कारण नहीं।विस्तारा के पायलटों द्वारा अचानक बड़े पैमाने पर सिक लीव (बीमारी के कारण छुट्टी) लेने की वजह से पूरे भारत में उसके उड़ान संचालन पर असर पड़ा है। इस कारण उसकी उड़ानें रद और विलंबित हुई हैं।
एक दर्जन से अधिक उड़ानें रद
कुछ विमानों के रखरखाव की अनिवार्य आवश्यकताएं और परिचालन की अन्य वजहें भी विलंब के कारण हैं।विस्तार की अभी तक एक दर्जन से अधिक उड़ानें रद कर दी गई हैं। बड़ी संख्या में विस्तारा की उड़ानें एक सप्ताह से अधिक समय से विलंबित हैं।
एयरलाइन कंपनी ने कई दिनों से जारी देरी और उड़ानें रद होने की बात स्वीकार की है। विस्तारा के प्रवक्ता ने कहा, ”कई कारकों के कारण हमारे नेटवर्क में व्यवधान आया है, जैसे कुछ विमानों की अप्रत्याशित रखरखाव जरूरतें, कुछ दिनों के दौरान उत्तर भारत में प्रतिकूल मौसम और अन्य नियमित परिचालन दिक्कतें।’
एयरलाइन ने दी सफाई
प्रवक्ता ने कहा कि सिक लीव लेने वाले पायलटों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है और यह निश्चित सीमा के भीतर है, हालांकि, इससे व्यवधान के कारणों में इजाफा हुआ है। लेकिन यही अकेला कारण नहीं है। विस्तार के एक अधिकारी ने इस बात से इन्कार किया कि कई पायलटों ने एअर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया के तुरंत बाद वेतन समानता के मुद्दों के बारे में चिंताओं का हवाला देकर असंतोष व्यक्त किया था।
बड़ी संख्या में पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी
गौरतलब है कि जैसे-जैसे मार्च खत्म हो रहा है और अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू होने रहा है, बड़ी संख्या में पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी है, क्योंकि वे अपनी बकाया छुट्टियों को लैप्स होने से बचाना चाहते हैं। इस बीच, नाराज यात्री इंटरनेट मीडिया पर कई उड़ानों में देरी और सही शेड्यूल व देरी का कारण बताने में कंपनी की विफलता पर निराशा व्यक्त कर रहे हैं। कई यात्रियों ने उड्डयन मंत्री को टैग कर मामले की जांच करने की अपील की है।