शिमला-मटौर एनएच दस घंटे बाद बहाल
शिमला-मटौर एनएच दस घंटे बाद बहाल
नेशनल हाई-वे अॅथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने करीब दस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शिमला-मटौर एनएच को बहाल कर लिया है। सोमवार शाम को एनएच की सिंगल लाइन को राजधानी से जोडक़र यातायात को बहाल कर दिया है। एनएचएआई ने मार्ग को डबललेन करने के लिए एनएचएआई की मशीनरी मौके पर मौजूद है। हालांकि अंधेरा होने की वजह से राहत कार्य को रोका गया है। एनएचएआई के अधिकारी मंगलवार सुबह एक बार फिर मार्ग को बहाल करने में जुटेंगे और दोपहर बाद तक दोनों लेन के बहाल होने की संभावना है। शिमला-मटौर एनएच पर सोमवार सुबह कराड़ाघाट में भूस्खलन की वजह से मार्ग बाधित हो गया। इस मार्ग पर 400 मीट्रिक टन से ज्यादा मलबा गिरा है। इस मलबे को हटाने के लिए एनएचएआई ने सुबह ही मशीनें तैनात कर दी थी, लेकिन राहत कार्य के दौरान लगातार पत्थरों के गिरने का सिलसिला चलता रहा।
इस वजह से एनएचएआई को बीच-बीच में काम रोकना पड़ा। इसके अलावा मलबे को दूसरी जगह डंप करने के लिए पर्याप्त स्थान न मिल पाने की वजह से भी मार्ग बहाल करने में देरी हुई है। एनएचएआई ने कराड़ाघाट से मलबा उठाकर करीब दस किलोमीटर दूर दाड़लाघाट में डंप किया है। एनएच होने के बाद एनएचएआई ने तीन जेसीबी तैनात की थी, लेकिन बाद में यहां एक पोकलेन मशीन को भी मलबा हटाने में लगाया गया। एनएच से शिमला-मटौर के बीच सफर करने वाले यात्रियों को अर्की-पिपलुघाट-धुंधन मार्ग से भेजा जा गया और इससे इन क्षेत्रों में जाम की स्थिति बनी रही। शिमला-मटौर एनएच चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना को राजधानी से जोड़ता है। एनएचएआई के तकनीकी प्रबंधक अमित प्रभात ने बताया कि मलबा हटाने के दौरान लगातार भूस्खलन हो रहा था। इससे कई बार काम को रोकना पड़ा। जल्द मार्ग को पूरी तरह से बहाल कर लिया जाएगा।
आज पूरी तरह से खुल जाएगा नेशनल हाई-वे
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी कर्नल अजय सिंह ने बताया कि शिमला-मटौर एनएच को तरफा खोल दिया है। भारी मात्रा में सोमवार सुबह मार्ग पर भूस्खलन हुआ था। इससे यातायात में बाधा उत्पन्न हुई। एनएचएआई ने सूचना मिलते ही जेसीबी और पोकलेन मशीन तैनात कर दी थी। मलबा कराड़ाघाट से उठाकर कंडाघाट में डंप किया है। इस वजह से एनएच को बहाल करने में देरी हुई है। एनएचएआई की मशीनें मौके पर ही हैं और मंगलवार सुबह उन्हें फिर काम में लगाया जाएगा। दोपहर तक दोनों तरफ का मार्ग बहाल कर लिया जाएगा।