सड़क पर गरजे कांग्रेसी…सरकार का फूंका पुतला, CBI जांच और दोषियों को फांसी देने की मांग
सड़क पर गरजे कांग्रेसी…सरकार का फूंका पुतला
रुद्रपुर में नर्स से हुई दरिंदगी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीडी चौक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश में महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर आक्रोश जताते हुए राज्य सरकार और पुलिस का पुतला फूंका। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएगी।
रविवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने डीडी चौक पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। आज महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है। इसकी बारीकी से जांच कराई जाए तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।उन्होंने पुलिस पर मामले में लीपापोती का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में यह पहली घटना नहीं है, जिसे दबाने का प्रयास किया गया है। अंकिता भंडारी हत्याकांड में भी सरकार के इशारे पर लीपापोती की गई थी। अंकिता के दोषियों को अभी तक सजा नहीं मिल पाई है। देहरादून में भी गैंगरेप की घटना सामने आई है।
मामले की तुलना निर्भया कांड से करते हुए सीबीआई जांच और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। वहां मोहन खेड़ा, सौरभ चिलाना, बाबू विश्वकर्मा, रोहित चौहान, परवेज कुरैशी, ममता रानी, उमा सरकार, काजल गंगवार आदि थे।
महिलाएं बोलीं, अपराध विशेष समुदाय से होता तो बुलडोजर चल जाता
पश्चिम बंगाल की महिला डॉक्टर और रुद्रपुर की नर्स की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में आम आदमी पार्टी की किरण पांडे विश्वास के नेतृत्व में ट्रांजिट कैंप की महिलाओं ने कैंडल मार्च निकाला। उन्होंने कहा कि दोनों घटनाओं से लगता है कि शासन-प्रशासन किसी को बचाना चाह रहा है। दोनों मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
महिलाओं ने कहा कि इस तरह का अपराध यदि किसी विशेष समुदाय से हो जाता तो अब तक बुलडोजर चल जाता और जातीय हिंसा शुरू हो जाती। विशेष संगठन भी सड़क पर उतरकर धार्मिक रंग देने लगते। कहा केंद्र सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा तो देती है लेकिन सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं नहीं करती। वहां नीतू विश्वास, अर्चना विश्वास, मालती कश्यप, अनीता गंगवार, सुनीता प्रजापति, सोना मलिक आदि थीं।
सूबे की बेटियां अपने को कर रही असुरक्षित महसूस
बाजपुर में सपा यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद यादव ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। सूबे में आए दिन दुष्कर्म, लूटपाट, चोरी, हत्या की घटनाएं हो रही हैं। नर्स हत्याकांड से प्रदेश में भय का माहौल बन गया। बेटियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने हत्याकांड की सीबीआई जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। कहा कि पीड़िता के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
नर्स के पिता के साथ कांग्रेस नेताओं ने की पत्रकार वार्ता
गदरपुर में कांग्रेस ने रविवार को पूर्व पालिकाध्यक्ष लीलावती के आवास पर पत्रकार वार्ता की। इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने कहा कि पुलिस के खुलासे से मृतका का परिवार संतुष्ट नहीं है। गैरसैंण में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में नेता प्रतिपक्ष की ओर से नर्स हत्याकांड का मामला उठाया जाएगा। उन्होंने एसएसपी को हटाने की भी मांग की।
नर्स के पिता ने कहा कि पुलिस घटना के बाद से ही मामले को गंभीरता से नहीं ले रही थी। उनकी बेटी का आठ दिन बाद शव मिला। शव से दुर्गंध नहीं आ रही थी। उसका चेहरा और सीना बुरी तरह गला हुआ था, मानो किसी ने कोई केमिकल डालकर उसकी पहचान छिपाने की कोशिश की हो। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव चंद्रा सिंह ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। वहां मो. शादाब, किशोर हालदार, एडवोकेट प्रशांत सिंह, अर्शदीप सिंह आदि थे।