नैनीताल कांड: ठेकेदार उस्मान की संपत्तियों पर नया खुलासा, लंदन कनेक्शन भी आया सामने

नैनीताल कांड: ठेकेदार उस्मान को लेकर एक और नया खुलासा, विवादों में भवन समेत कई संपत्तियां; लंदन से कनेक्शन
हिंदी टीवी न्यूज़, नैनीताल Published by: Megha jain Updated Tue, 06 May 2025
नैनीताल में बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी उस्मान के भवन समेत कई संपत्तियां विवादों में है। अधिकतर क्षेत्र लंदन निवासी थॉमस विलफ्रेड रैल्ली के नाम दर्ज है।
नैनीताल में दुष्कर्म के आरोपी मो. उस्मान के भवन समेत फेयरलाइन ग्लैन की कई संपत्तियां लंबे समय से विवादों में हैं। उक्त परिक्षेत्र में कई भवन निर्माण हुए हैं, लेकिन बैनामा अधिकतर के पास नहीं है। आरोपी उस्मान के भवन की पड़ताल में भी चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। प्राधिकरण और पालिका की टीमें यहां जांच कर रही हैं।
वर्तमान रुकुट कंपाउंड और उससे लगे बड़े भू भाग को फेयरलाइन ग्लैन के नाम से जाना जाता है। जो लंदन निवासी थॉमस विलफ्रेड रैल्ली के नाम दर्ज है। 1867 में इसका क्षेत्रफल 10 एकड़ था। बाद में तीन एकड़ का एक हिस्सा नैनीताल क्लब के लिए चला गया।
1894 में फेयरलाइन ग्लैन ए और बी दो भागों में विभाजित हो गए। ए भाग में वर्तमान में ऋतुराज होटल, आउट हाउस आदि हैं जबकि बी भाग के वन क्षेत्र होने से यहां निर्माण नहीं हुए। 1910 में रैल्ली ने चार एकड़ के ए भाग को ललिता प्रसाद को बेचा जो अब लाला चंद्र लाल साह के पास है।
इसके बाद रैल्ली की मृत्यु हो गई और तीन एकड़ के बी भाग की बिक्री नहीं हुई। ऐसे में बीते दशकों में कुछ रसूखदारों ने यहां भवन बना लिए। इसके अलावा कई लोगों को भी बसा दिया।
नोटिस देने के बाद चर्चा में आया ये क्षेत्र
दुष्कर्म के आरोपी मो. उस्मान का घर भी इसी क्षेत्र में है। पालिका की ओर से नोटिस देने के बाद यह क्षेत्र चर्चा में आ गया है। बीते दिनों नोटिस वापस लेने से लोगों को आंशिक राहत है, लेकिन विभागीय खोजबीन इस ओर इशारा है कि इस मामले में भी नियमों के तहत भविष्य में कुछ बड़ा होने वाला है।
वहीं, क्षेत्रवासियों से नोटिस के बाबत की गई पड़ताल में यह बात भी सामने आई कि पूर्व में भी प्राधिकरण की ओर से क्षेत्र के कई लोगों को अवैध निर्माण के लिए नोटिस दिए गए, लेकिन आरोपी को नोटिस नहीं दिया गया।
जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों के क्रम में पालिका की ओर से आरोपी समेत अन्य अवैध निर्माण को लेकर जानकारी एकत्र की जा रही है। अग्रिम दिशा निर्देशों के क्रम में पालिका विभागीय अधिकार क्षेत्र के तहत कार्रवाई करेगी।-दीपक गोस्वामी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका
विभाग की ओर से आरोपी भवन स्वामी के आवास वाले रुकुट कंपाउंड क्षेत्र में पहले भी नोटिस दिए जा चुके हैं। विभाग की ओर से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है। नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। – विजयनाथ शुक्ल, सचिव, डीडीए
तोड़फोड़ के बाद तीन संचालकों ने दी तहरीर
मल्लीताल में बालिका से दुष्कर्म के बाद बीते 30 अप्रैल को मल्लीताल में तोड़फोड़ और मारपीट के बाद दुकानों के संचालक अब सामने आने लगे हैं। तीन रेस्टोरेंट संचालकों ने पुलिस को तहरीर दी है। मल्लीताल में हुई घटना के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा था। विरोध के दौरान अराजकतत्वों ने समुदाय विशेष की कई दुकानों में तोड़फोड़ की थी। तीन रेस्टोरेंट संचालकों माजिद अली, जलालुद्दीन और मो. अहमद ने सोमवार को पुलिस को तहरीर दी। तीनों ने कहा कि 30 अप्रैल की रात को कई लोगों ने उनकी दुकानों में तोड़फोड़ की। साथ ही उनके साथ मारपीट भी की जिससे उनको नुकसान हुआ है।
उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। मामले की जांच कर रहे एसओ रमेश सिंह बोहरा ने बताया कि लोगों के बयान लिए जा रहे हैं, जिन पुलिस कर्मी के साथ भीड़ ने धक्कामुक्की की उनके भी बयान लिए गए हैं। साथ ही घटनास्थल का निरीक्षण भी किया गया है। बताया कि इन शिकायतों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता का निशुल्क केस लड़ेंगे दो अधिवक्ता
दुष्कर्म पीड़ित बालिका का मुकदमा लड़ने के लिए अधिवक्ता संजय त्रिपाठी और स्वाति परिहार आगे आए हैं। उन्होंने निशुल्क पैरवी की बात कही है। दोनों ने कहा कि वह पीड़िता का मुकदमा लड़ने के लिए कोई शुल्क नहीं लेंगे। दोनों अधिवक्ताओं ने कहा कि पीड़िता के बाद की पैरवी के अलावा हर स्तर पर मदद करने के लिए तैयार हैं।