हिमाचल: आपदा प्रबंधन के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम और किराये के हेलिकॉप्टर

हिमाचल: स्थापित होंगे अर्ली वार्निंग सिस्टम, आपदा में किराये पर लिए जाएंगे हेलिकाप्टर
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला Published by: Megha Jain Updated Thu, 17 Jul 2025
बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए हेलिकाप्टर किराये पर लेने का निर्णय लिया। इसके अलावा हिमाचल में अर्ली वार्निंग सिस्टम (पूर्व चेतावनी यंत्र) भी स्थापित किए जाएंगे।
मंत्रिमंडलीय उप समिति ने आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए हेलिकाप्टर किराये पर लेने का निर्णय लिया। इसके अलावा हिमाचल में अर्ली वार्निंग सिस्टम (पूर्व चेतावनी यंत्र) भी स्थापित किए जाएंगे। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक में आपदा प्रबंधन के लिए इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। अर्ली वार्निंग सिस्टम से समय-समय पर मौसम की निगरानी, पूर्वानुमान और चेतावनी आदि की सूचना मिल सकेगी।
इसके सुचारु संचालन से समय रहते सावधानी बरतने से आपदा के प्रभाव को कम कर जानमाल के नुकसान में कमी आएगी। उप समिति ने आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए हेलिकाप्टर किराये पर लेने का भी निर्णय लिया। बैठक में हाल ही में प्रदेश में बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं के तहत राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में प्रभावित क्षेत्रों में अवरुद्ध सड़कों की बहाली, पुलों के पुनर्निर्माण और जलापूर्ति योजनाओं की मरम्मत जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने पर भी विचार-विमर्श किया।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि एक अन्य बैठक में मंत्रिमंडलीय उप समिति ने छोटे और सीमांत किसानों के लिए भूमि नियमितीकरण से जुड़े मामलों पर चर्चा की। उप समिति ने हिमाचल प्रदेश को एफसीए (वन संरक्षण अधिनियम) में रियायत दिलवाने के लिए उच्चतम न्यायालय में अपील करने काे मंजूरी दी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) कमलेश कुमार पंत, विशेष सचिव (राजस्व-आपदा) डीसी राणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए।