449 करोड़ रुपये की लागत से बने बठिंडा एम्स और संगरूर में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का पीएम ने किया वर्चुअली उद्घाटन

बठिंडा एम्स (Bathinda AIIMS) का रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के राजकोट से वर्चुअली माध्यम से उद्घाटन किया। 300 बिस्तर के पीजीआइ सैटेलाइट सेंटर (PGI Satellite Center) का भी उद्घाटन किया। बठिंडा एम्स बन जाने से लोगों को सुविधा होगी। इस मौके पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश सांसद हरसिमरत कौर बादल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद थे।
HIGHLIGHTS
- बठिंडा एम्स और संगरूर में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का पीएम ने किया वर्चुअली उद्घाटन।
- एम्स में ट्रामा सेंटर सहित अन्य कमियां भी होंगी दूर।
- राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री भी थे उपस्थित।बठिंडा। बठिंडा के अलावा राजस्थान व हरियाणा के लोगों को बढ़िया सेहत सुविधाएं देने के लिए चल रहे बठिंडा एम्स (Bathinda AIIMS) का रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राजकोट से वर्चुअली उद्घाटन किया। बठिंडा एम्स अब विधिवत रूप से लोगों को समर्पित हो गया है।
एम्स में ट्रामा सेंटर सहित अन्य कमियां भी होंगी दूर
इसके साथ ही अब जल्दी ही एम्स में ट्रामा सेंटर सहित अन्य कमियां भी दूर होंगी। यह घोषणा केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने सांसद हरसिमरत कौर बादल की मांग पर आनलाइन संबोधित करते हुए की। रविवार को एम्स में उद्घाटन समारोह भी आयोजित किया गया।राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री भी थे उपस्थित
इसमें राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, सांसद हरसिमरत कौर बादल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी उपस्थित थे। संगरूर जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर गांव घाबदां में 449 करोड़ रुपये की लागत से बने 300 बिस्तर के पीजीआइ सैटेलाइट सेंटर का प्रधानमंत्री ने वर्चुअली लोकार्पण किया।
पीएम के काफिले को किसानों ने घेरा
पीजीआइ के डायरेक्टर प्रो. विवेक लाल ने कहा कि पीजीआइ सेंटर 25 एकड़ में फैला हुआ है। मोदी ने फिरोजपुर में पीजीआइ के सैटेलाइट सेंटर का वर्चुअली शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री 5 जनवरी, 2022 को सैटेलाइट सेंटर का शिलान्यास करने पंजाब आए थे।जब फिरोजपुर जा रहे थे तो किसानों ने धरना देकर उनका रास्ता रोक लिया था। इस दौरान 20 मिनट तक मोदी का काफिला वहीं रुका रहा था। इसके बाद काफिला लौट गया था। तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।