Ambala News: रेलवे ने दूर किया विरोधाभास, देशभर में न्यूनतम किराया हुआ इतना
Ambala News: रेलवे ने दूर किया विरोधाभास, देशभर में न्यूनतम किराया हुआ इतना; सभी मंडल में जारी आदेश
Ambala News हरियाणा के अंबाला में रेलवे ने विरोधाभास दूर कर दिया है। रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किराये को लेकर विरोधाभास हो गया था। बीकानेर मंडल से अंबाला आने वाली लोकल ट्रेन में जहां दस रुपये न्यूनतम किराया लिया गया वहीं अंबाला मंडल से इसी ट्रेन में न्यूनतम किराया तीस रुपये वसूला जाता रहा है।
अंबाला। रेलवे ने देशभर में न्यूनतम किराया 10 रुपये कर दिया है। सभी मंडलों में आदेश जारी कर दिए गए हैं। अंबाला और बीकानेर मंडल में एक ही ट्रेन से आने का किराया 10 रुपये तो उसी ट्रेन से वापस जाने का किराया 30 रुपये लिया जा रहा था।
हिंदी टीवी ने यह मामला प्रमुखता से उठाया। प्रकाशित खबर पर ही अंबाला रेल मंडल के अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन
मांगा था, जिसके बाद उत्तर रेलवे के अंबाला, दिल्ली, लखनऊ, मुरादाबाद और फिरोजपुर मंडल में न्यूनतम 10 रुपये के टिकट मिलने शुरू हो
गए हैं। रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किराये को लेकर विरोधाभास हो गया था।
आने का किराया सस्ता, जाने का महंगा
बीकानेर मंडल से अंबाला आने वाली लोकल ट्रेन में जहां दस रुपये न्यूनतम किराया लिया गया, वहीं अंबाला मंडल से इसी ट्रेन में न्यूनतम किराया तीस रुपये वसूला जाता रहा है। बुकिंग क्लर्कों के पास इस संबंध में कोई आदेश नहीं थे, जिसके चलते वह टिकट जारी नहीं कर रहे थे। एक ट्रेन में आने का किराया दस तो जाने का तीस रुपये शीर्षक से इस मामले को उठाया गया।
हिंदी टीवी ने पड़ताल की थी और कुछ यात्रियों से टिकटें प्राप्त की थी, जिसमें एक ही ट्रेन में किराया अलग-अलग था। संगरिया (राजस्थान)
स्टेशन से पंजाब के बठिंडा आने का किराया तो दस रुपये लिया गया, जबकि बठिंडा से संगारिया जाने का किराया तीस रुपये लिया गया।
ऐसा इसी में नहीं बल्कि कई मंडलों के विभिन्न स्टेशनों पर ऐसा हो रहा था।
ऐसे हुआ विरोधाभास
दरअसल रेलवे बोर्ड की ओर से 21 फरवरी 2024 को ही आदेश जारी कर दिए गए थे कि जिन पैसेंजर ट्रेनों को कोरोना काल में स्पेशल ट्रेनों का दर्जा दिया गया, उनको वापस पैसेंजर ट्रेनों का ही दर्जा दे दिया जाए। आदेश तो जारी कर दिए गए, लेकिन सेंटर फार रेलवे इन्फारमेंशन सिस्टम (क्रिस) में अपडेट नहीं किया गया। ऐसा न करने से देश भर के सभी अनरिजर्व टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) में किराया अपडेट नहीं हो पाया।
रेलवे बोर्ड का आदेश तो आ गया, लेकिन मुख्यालय ने इन आदेशों को आगे जारी नहीं किया। ऐसे में कुछ जोन में न्यूनतम किराया तीस से घटाकर दस रुपये कर दिया गया, तो कुछ में यह तीस रुपये ही रहा। इतना ही नहीं 21 फरवरी का आदेश एक साथ पूरे देश में लागू नहीं हो पाया। अब आदेश जारी होने के बाद देशभर के यात्रियों को काफी राहत मिलेगी और उनको न्यूनतम किराया दस रुपये ही देना होगा।