Himachal Weather Today: मैदानी इलाकों में सता रहा कोहरे का सितम
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Himachal Weather Today: मैदानी इलाकों में सता रहा कोहरे का सितम, पहाड़ों पर खिल रही चटक धूप; जानिए मौसम का पूरा अपडेट
Himachal Weather Today हिमाचल प्रदेश में मैदानी इलाकों में कोहरे का सितम सता रहा है। ऊना में धुंध की वजह से दृश्यता बहुत कम हो गई थी और मात्र कुछ ही दूरी तक देखा जा सकता था। दोपहर एक बजे के बाद सूर्यदेव के दर्शन हुए और धुंध छंटनी शुरू हुई। धुंध से गुरुवार को भी रेल यातायात प्रभावित हुआ।
HIGHLIGHTS
- ऊना जिले के संतोषगढ़ व साथ लगते क्षेत्र में गुरुवार सुबह की शुरूआत घनी धुंध के साथ हुई।
- धुंध की वजह से दृश्यता बहुत कम हो गई।
- रेलगाड़ियां निर्धारित समय से देरी से पहुंच रही हैं।
शिमला/ऊना। Himachal Weather Today: देश के मैदानी इलाकों में पड़ रही धुंध का असर हिमाचल में भी देखने को मिला है। प्रदेश के ऊना, बद्दी व नालागढ़ क्षेत्रों में गुरुवार को धुंध के कारण वाहन चालकों को दिन में लाइटें जलाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
ऊना जिले के संतोषगढ़ व साथ लगते क्षेत्र में गुरुवार सुबह की शुरूआत घनी धुंध के साथ हुई। धुंध की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और दिन में ही वाहन चालकों को अपने वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा।
धुंध की वजह से दृश्यता कम
ऊना में धुंध की वजह से दृश्यता बहुत कम हो गई थी और मात्र कुछ ही दूरी तक देखा जा सकता था। दोपहर एक बजे के बाद सूर्यदेव के दर्शन हुए और धुंध छंटनी शुरू हुई। धुंध से गुरुवार को भी रेल यातायात प्रभावित हुआ। हिमाचल के ऊना, अंब-अंदौरा व दौलतपुर चौक पहुंचने वाली रेलगाड़ियां निर्धारित समय से देरी से पहुंच रही हैं। हिमाचल एक्सप्रेस वीरवार को निर्धारित समय 7.35 बजे से तीन घंटे विलंब से 10.35 बजे पहुंची।
11 बजे ऊना पहुंचने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी 11.45 बजे पहुंची। इसके अलावा दिल्ली से अंब-अंदौरा आने वाली जनशताब्दी अपने निर्धारित समय से दस मिनट देरी से पहुंची। रेलवे विभाग के प्रवक्ता क्षितिज शर्मा ने बताया कि धुंध की वजह से रेलगाड़ियों का संचालन प्रभावित हुआ है। जयपुर से दौलतपुर तक आने वाली साबरमती एक्सप्रेस शुक्रवार को अपने तय समय पर चलेगी।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में खिली रही धूप
गुरुवार को हिमाचल के ऊंचाई वाले अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिली रही। दिन में तेज धूप खिली रहने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सुंदरनगर, भुंतर, मंडी और चंबा में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे है, जबकि दिन में धूप खिलने से अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है।
मनाली स्थित अटल टनल रोहतांग के दूसरे छोर यानी लाहौल-स्पीति की ओर बर्फ नजर आती है इसलिए पर्यटकों का यहां जमघट लग रहा है। मनाली और इसके आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी नहीं हुई है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल के अनुसार 30 दिसंबर से तीन जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, इससे हिमपात व वर्षा की संभावना है।
तीन माह से नहीं हुई वर्षा प्रदेश में सूखे जैसी स्थिति
प्रदेश में तीन माह से सूखे जैसे हालात हैं। अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही हल्की बर्फबारी को छोड़ दिया जाए तो निचले व मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों में वर्षा की एक बूंद तक नहीं गिरी है। परिणामस्वरूप रबी की फसल पर नष्ट होने का संकट है। जबकि सेब सहित अन्य फलों की पैदावार के लिए आसमान से पर्याप्त पानी बरसना जरूरी था।
प्रदेश में 114381 हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है, जबकि तीन लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि वर्षा के पानी पर निर्भर है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ लगातार कमजोर हो रहा है। बागवानी के तहत सेब के पौधों को पर्याप्त नमी नहीं मिल पाई है। परिणामस्वरूप सेब के पौधों के नीचे तौलिए करने और टहनियों की काट-छांट का कार्य करना नुकसानदायक रहेगा। मौसम की बदली परिस्थितियों में लोग बीमार हो रहे हैं। प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। अस्पतालों में जुकाम-बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
गले में दर्द व खांसी-बुखार को हल्के में न लें
आइजीएमसी के मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राकेश शांडिल का कहना है कि जिन लोगों को गले में दर्द या खरास है वे तअस्पताल में जाकर जांच करवाएं। खांसी व बुखार होने पर स्वयं घर पर उपचार न करें। ऐसे लक्षण होने की स्थिति में चिकित्सक को दिखाकर ही दवा लें। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले आने लगे हैं और शरीर में दर्द होने पर अस्पताल आना आवश्यक है। लोगों को घर पर या घर से निकलने पर मास्क लगाकर ही बाहर आना चाहिए।