Kangana Ranaut: कंगना रनौत ने विक्रमादित्य सिंह को बताया ‘महाचोर’

Kangana Ranaut: कंगना रनौत ने विक्रमादित्य सिंह को बताया ‘महाचोर’, कहा- सत्ता के भूखे मां-बेटे
मंडी से बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने सराज के भाटलुधार में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) पर हमला करते हुए उन्हें महाचोर बता दिया। विक्रमादित्य के मंदिरों के शुद्धिकरण वाले बयान पर भड़की कंगना ने कहा कि मैंने अपनी योग्यता के दम पर फिल्मों में नाम कमाया है। साथ ही उन्होंने विक्रमादित्य सिंह और उनकी मां प्रतिभा सिंह को सत्ता का भूखा बताया है।
मंडी। लोकसभा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के गृह हलके सराज के भाटलुधार से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर पलटवार करते हुए उन्हें महाचोर बताया है। मां बेटे को सत्ता का भूखा और जमानत पर बाहर होने की बात कही है।
विक्रमादित्य के मंदिरों के शुद्धिकरण वाले बयान पर भड़की कंगना ने कहा कि मैंने अपनी योग्यता के दम पर फिल्मों में नाम कमाया है। चार राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। पद्मश्री पुरस्कार मिला है। विक्रमादित्य और उनके परिवार के काले चिट्ठे सबको पता है। ट्रक के नंबर स्कूटर पर लगा किसने सेब ढोए थे, जनता जानती है।
जयराम ठाकुर को भक्षक कहने वाला बिगड़ा हुआ शहजादा
कंगना ने कहा कि जयराम ठाकुर को भक्षक कहने वाला बिगड़ा हुआ शहजादा है। दिल्ली में बैठे इसके आका ने इसे ऐसी शिक्षा दी है। मर्यादा की सभी हदें लांघ दी है। अभद्र भाषा का प्रयोग हो रहा है। अगर उनके पिता स्व. वीरभद्र सिंह जिंदा होते तो ऐसी शब्दावली के लिए विक्रमादित्य सिंह को थप्पड़ मार माफी मांगने के लिए कहते। जयराम ठाकुर प्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं। डेंट डालने की बात करने वालों को चार जून को अपनी औकात का पता चल जाएगा।
मुख्यमंत्री सुक्खू का असली चेहरा सामने आया
भीड़ से उत्साहित कंगना ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर भी हमला बोला। उन पर सत्ता के नशे में चूर होने का आरोप लगाया। कंगना ने कहा कि अगर किसी के असली चरित्र का पता लगाना हो तो उसे सत्ता देकर देखो। सत्ता मिलने के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू का असली चेहरा सामने आ गया है। जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों को कभी काला नाग तो कभी मेंढक कह रहे हैं।
मुख्यमंत्री के मुख से ऐसे शब्द किसी भी स्तर पर शोभा नहीं देते हैं। सत्ता के अहंकार में आकर मुख्यमंत्री ने विधानसभा में भाजपा विधायकों को पिटवाया था। जनता के पास अब मौका है। पहली जून को चोरों की इस सरकार को प्रदेश से उखाड़ फेंकना हैं।