Lok Sabha Election 2024: पंजाब में कांग्रेस सांसदों की रिपोर्ट निगेटिव, स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नहीं हो पाया कोई फैसला
Lok Sabha Elections 2024 पंजाब में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में रविवार को कोई फैसला नहीं हो पाया। पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा दो-दो नामों का पैनल लेकर स्क्रीनिंग कमेटी के सामने पेश हुएचंडीगढ़। पंजाब में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में रविवार को कोई फैसला नहीं हो पाया। पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा दो-दो नामों का पैनल लेकर स्क्रीनिंग कमेटी के सामने पेश हुए।इन नामों का चयन करने के लिए कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को करीब चार घंटे तक मंथन किया। पार्टी नेताओं ने हर सांसद व संभावित उम्मीदवार से वन-टू-वन बैठक करके पैनल का चयन किया। जानकारी के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी ने पंजाब के उम्मीदवारों पर इसलिए ज्यादा चर्चा नहीं की, क्योंकि सांसदों की रिपोर्ट निगेटिव है
वर्तमान सांसदों की नेगेटिव रिपोर्ट बनी कांग्रेस की चुनौती
पार्टी के उच्च स्तरीय सूत्र बताते हैं कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले कांग्रेस के नेताओं की शनिवार को देर रात तक बैठक चलती रही। इसके बाद प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव समेत प्रदेश प्रधान व विपक्षी दल के नेता सुबह दिल्ली के लिए चंडीगढ़ से निकले।
जानकारी के अनुसार, पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती मौजूदा सांसदों को लेकर है क्योंकि पार्टी द्वारा करवाए गए सर्वे में इनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं है। सूत्र बताते हैं कि श्री आनंदपुर साहिब से अगर पार्टी मनीष तिवारी के सामने कांग्रेस के विधायक राणा गुरजीत सिंह दावा ठोक रहे हैं।
पार्टी को चिंता है कि अगर मनीष तिवारी का टिकट कटता है तो कहीं वह दूसरी पार्टी से उम्मीदवार न बन जाएं। कमोवेश यही स्थिति अमृतसर सीट को लेकर है क्योंकि सांसद गुरजीत औजला के खिलाफ पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी टिकट मांग रहे हैं।
सोनी ग्रुप जहां लगातार पार्टी पर हिंदू नेता को टिकट देने का दबाव बना रहा है, वहीं औजला पुन: टिकट की दावेदारी ठोक रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि लुधियाना से रवनीत बिट्टू की रिपोर्ट भी अच्छी नहीं है। स्क्रीनिंग कमेटी ने सांसदों का रिपोर्ट कार्ड और पंजाब में अंतिम चरण में चुनाव होने की संभावना को देखते हुए कोई भी अंतिम फैसला नहीं लिया।