Solan News: निमोनिया ने जकड़े बच्चे

Solan News: निमोनिया ने जकड़े बच्चे, सोलन के अस्पतालों में रोज आ रहे 10 से 12 मामले
सोलन। जिले में वायरल के साथ अब निमोनिया के मामले भी आने लगे हैं। बीते दिनों से अस्पतालों में निमोनिया से ग्रसित मरीज लगातार आ रहे हैं। इनमें अधिकांश बच्चे हैं। जानकारी के मुताबिक जिले के अस्पतालों में निमोनिया से पीड़ित 10 से 12 बच्चे रोज आ रहे हैं। खांसी, जुकाम, बुखार, शरीर दर्द से पीड़ितों में ही निमोनिया के लक्षण भी आ रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों में निमोनिया जांच करने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर दिए हैं। इसी के साथ महकमे ने अब लोगों को निमोनिया को लेकर भी सतर्क रहने के लिए आग्रह किया है। वहीं, रोजाना जिले के अस्पतालों में आ रहे एक दर्जन से अधिक निमोनिया मामलों को लेकर भी विभाग की चिंताएं बढ़ गई है। इसके चलते जिले के पांचों स्वास्थ्य खंड के अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। साथ ही लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए हैं।
जिले के सबसे बड़े क्षेत्रीय अस्पताल में भी निमोनिया से पीड़ित रोजाना तीन से चार मामले आ रहे हैं। इन मरीजों को अस्पताल में दाखिल कर उपचार दिया जा रहा है। शिशु रोग ओपीडी में अधिक भीड़ भी रह रही है। अन्य अस्पतालों में भी निमोनिया के मरीज उपचाराधीन हैं और वहां भी ओपीडी में काफी भीड़ देखने को मिल रही है। चिकित्सकों का मानना है कि लगातार मौसम के परिवर्तन के कारण बच्चों का खानपान सही नहीं हैं। इसी के साथ पानी में भी दिक्कत आ रही है। इससे निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं। क्षेत्रीय अस्पताल में शिशु रोग और मेडिसन ओपीडी में 150 से 200 मरीज पहुंच रहे हैं। ज्यादातर मरीजों में खांसी, जुकाम, बुखार, गला दर्द, पेट दर्द और टॉन्सिल की शिकायतें हैं। शिशु रोग ओपीडी में 150 बच्चों को वायरल का उपचार दिया जबकि मेडिसन ओपीडी में 192 मरीजों को उपचार दिया गया।
इनसेट
निमोनिया के लक्षण
-सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द।
-कफ उत्पन्न होने के साथ खांसी होना।
-बुखार, दस्त, पसीना और ठंड लगना।
-सांस लेने में तकलीफ महसूस होना।
-अस्वस्थता, भूख कम लगना और थकान।
-मतली और उल्टी, विशेषकर छोटे बच्चों में।
बच्चों में वायरल के साथ अब निमोनिया के मामले भी आ रहे हैं। वर्तमान में अस्पताल में निमोनिया के मरीज उपचाराधीन हैं। स्वस्थ होने पर ही मरीज को छुट्टी दी जा रही है। लोगों से आग्रह भी किया जा रहा है कि बरसात में खानपान का ध्यान रखे।
-डॉ. धर्मेंद्र
शिशु रोग विशेषज्ञ, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन।
निमोनिया के मामलों को लेकर विभाग पूरी तरह अलर्ट है। अस्पतालों में दवाइयों का कोटा भेज दिया गया है। लोगों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों से आग्रह कि वायरल आने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें और बिना चिकित्सक सलाह के दवाओं का सेवन न करें।
डॉ. अमित रंजन तलवाड़
जिला स्वास्थ्य अधिकारी, सोलन।