हिमाचल: IAS-IPS अफसरों के लिए अनिवार्य ‘कर्मयोगी’ कौशल कोर्स

Himachal Pradesh : आईएएस-आईपीएस अफसर पढ़ेंगे कौशल विकास का पाठ, ‘कर्मयोगी’ कोर्स अनिवार्य
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला Published by: Megha Jain Updated Thu, 17 Jul 2025
हिमाचल प्रदेश में आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को ‘कर्मयोगी’ प्लेटफॉर्म पर वार्षिक शिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करना अनिवार्य कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश सरकार में कार्यरत अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों को कौशल विकास का पाठ पढ़ाया जाएगा। भविष्य की प्रशासनिक चुनौतियों से निपटने और आधुनिक शासन प्रणाली के अनुरूप दक्ष बनाने के उद्देश्य से आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को ‘कर्मयोगी’ प्लेटफॉर्म पर वार्षिक शिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करना अनिवार्य कर दिया गया है। सिविल सेवकों को निरंतर सीखने और विकसित होने के लिए प्रोत्साहित करने को यह फैसला लिया गया है।
21वीं सदी के प्रशासनिक और सामाजिक कौशल का मिलेगा ज्ञान
‘कर्मयोगी’ केंद्र सरकार की डिजिटल लर्निंग पहल है, जिसे राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य देश के सिविल सेवकों को 21वीं सदी के प्रशासनिक और सामाजिक कौशल से सुसज्जित करना है। इस प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों मॉड्यूल्स उपलब्ध हैं, जिनमें नीति निर्माण, डाटा विश्लेषण, डिजिटल गवर्नेंस, पर्यावरणीय चुनौतियां, सार्वजनिक सेवाएं, नेतृत्व, नैतिकता, महिला एवं बाल विकास, बजट और वित्तीय प्रबंधन आदि विषय शामिल हैं। इसमें अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम भी शामिल हैं, जिससे अधिकारियों को अपने कौशल को बढ़ाने के लिए व्यापक शिक्षण संसाधनों तक पहुंच मिल सके।