Makar Sankranti 2025: तत्तापानी में हजारों श्रद्धालुओं ने की आस्था की डुबकी

Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति पर तत्तापानी में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, किया तुलादान
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला Published by: Megha Jain Updated Tue, 14 Jan 2025
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के करसोग उपमंडल के तहत तत्तापानी में हजारों की संख्या में लोग स्नान और तुलादान करने के लिए आते हैं।
मकर संक्रांति पर्व पर तुलादान करने का विशेष महत्व माना जाता है। इसके लिए हर वर्ष हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के करसोग उपमंडल के तहत तत्तापानी में हजारों की संख्या में लोग स्नान और तुलादान करने के लिए आते हैं। इस बार भी मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने तत्तापानी में आस्था की डुबकी लगाई। तत्तापानी के पंडित भूपेंद्र शर्मा ने बताया कि तत्तापानी में ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान शुरू हुआ। स्नान करने के बाद लोगों ने नवग्रहों की शांति के लिए तुलादान भी करवाया। स्नान और तुलादान करने की प्रक्रिया शाम छह बजे तक चली रहती है। इस दौरान यहां पर प्रदेश सहित बाहरी राज्यों से हजारों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए पहुंचे। संक्रांति के एक दिन पहले शाम से ही यहां भीड़ जुटना शुरू हो गई थी ताकि संक्रांति वाले दिन लोग ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान कर सकें। मकर संक्रांति पर खिचड़ी, चावल, दाल, माश, उड़द की दाल और ऊनी कपड़ों का दान किया जाता है।
ये किंवदंतियां हैं ततापानी के चश्मों के पीछे
ततापानी में गर्म पानी के चश्मों की उत्पत्ति के बारे में तरह-तरह की किंवदंतियां प्रसिद्ध हैं। जाने-माने पुराणवक्ता डाॅ. गोकुलचंद शर्मा के अनुसार ततापानी के बारे में एक किंवदंती ये है कि प्राचीनकाल में इस क्षेत्र में परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि तपस्या कर रहे थे। उन्होंने इस तपोस्थली में गर्म पानी के चश्मे प्रकट किए। एक अन्य किंवदंती ये भी है कि यहां पर जमदग्नि ऋषि के पुत्र परशुराम स्नान कर रहे थे। उन्होंने जब अपने वस्त्र निचोड़े तो यहां पर गर्म पानी हो पैदा हो गया। यहां गंधक के पहाड़ हैं। इनसे गैस बनती है, उनसे भी गर्म पानी निकलता है।