Rajasthan: भजनलाल सरकार के फैसले दिल्ली या RSS मुख्यालय से हो रहे – गहलोत

Rajasthan News: भजनलाल सरकार के सारे फैसले दिल्ली या आरएसएस हैडक्वार्टर से हो रहे हैं- अशोक गहलोत
हिंदी टीवी न्यूज़, जयपुर Published by: Megha Jain Updated Mon, 19 May 2025
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा- पूरी भजनलाल सरकार दबाव में चल रही है। सारे फैसले दिल्ली या जयपुर आरएसएस हेड क्वार्टर से हो रहे हैं। मैंने तो एक बार सुना कि जब कोई लिस्ट आई तो मुख्यमंत्री ने पूछा कि जो नाम अपन ने दिए वो आए हैं कि नहीं? उन्हें तो ट्रांसफर पोस्टिंग का भी पता नहीं रहता।
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सीजफायर के मुद्दे पर केंद्र सरकार को एक बार फिर से निशाने पर लिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की भजनलाल सरकार को भी निशाने पर लिया। गहलोत ने कहा- पूरी भजनलाल सरकार दबाव में चल रही है। सारे फैसले दिल्ली या जयपुर आरएसएस हेड क्वार्टर से हो रहे हैं। मैंने तो एक बार सुना कि जब कोई लिस्ट आई तो मुख्यमंत्री ने पूछा कि जो नाम अपन ने दिए वो आए हैं कि नहीं? अगर यह स्थिति है तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री बहुत भले आदमी हैं उन्हें पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। ये क्या मजाक है, पता नहीं कौन लिस्टें बनाते हैं, कौन क्या करते हैं।
वहीं सीजफायर के मुद्दे पर गहलोत ने कहा कि ट्रंप की एंट्री और उनके बयानों से देश में गुस्सा है। अगर यही हाल रहा तो देश को इसका खामियाजा भुगताना पड़ सकता है। गहलोत ने सवाल उठाया कि पीएम नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं? ट्रंप बार-बार बयान बदल रहे हैं इसलिए सरकार को इस संबंध में स्पष्ट करना चाहिए। गहलोत ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही तिरंगा यात्रा निकाल रही हैं।
गहलोत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हुआ तो राहुल गांधी ने देश के लोगों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई। लोगों ने भी समर्थन किया। सभी को लगा कि जो होगा अच्छे के लिए होगा। फिर सेना ने जो किया उसे भी लोगों ने समर्थन दिया। सेना ने दुनिया को संदेश दिया कि हमारी लड़ाई आतंकवाद को लेकर है, किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा। गहलोत ने कहा कि लेकिन डोनाल्ड ट्रंप जिस तरह से तस्वीर में आए, वह बहुत ही खतरनाक था, क्योंकि ऐसा कभी नहीं हुआ। हमने अपने देश के मामले में कभी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया। गहलोत ने कहा कि सरकार को ट्रंप के ट्वीट पर आपत्ति जतानी चाहिए थी।