मुकेश बोरा का अरेस्टिंग स्टे हाईकोर्ट से खारिज, गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन; पढ़ें क्या है पूरा मामला
हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक हटने के बाद पुलिस ने मुकेश बोरा की तलाश शुरू कर दी है। एसओजी समेत पांच टीमों ने संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। बोरा के खिलाफ पहले ही कुर्की वारंट जारी हो चुका है। अगर वह गिरफ्तार नहीं होते हैं तो पुलिस उनके घर की कुर्की कर सकती है। उस पर महिला से दुष्कर्म व नाबालिग से छेड़छाड़ का आरोप है।
नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से जुड़ी याचिका हाई कोर्ट से खारिज होते ही पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। एसओजी समेत पांच टीमों ने बुधवार को गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर दबिशें दीं।
पुलिस ने बोरा के विरुद्ध पहले ही कुर्की वारंट ले रखा है। ऐसे में अगर वह गिरफ्तार नहीं होता है तो पुलिस उसके घर की कुर्की कर सकती है। पुलिस के अनुसार, मुकेश बोरा का मोबाइल 17 सितंबर से बंद है। बुधवार को वह अल्मोड़ा कोतवाली में भी पेश नहीं हुआ।
एक सितंबर को लालकुआं कोतवाली में मुकेश बोरा के विरुद्ध दुष्कर्म की धारा में प्राथमिकी हुई थी, जिसके बाद मामले में पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ाई गई। दुष्कर्म पीड़िता ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। प्राथमिकी होते ही मुकेश बोरा फरार हो गया। उसके विरुद्ध पुलिस ने गैर जमानती वारंट जारी कराया।
इधर, मुकेश बोरा हाई कोर्ट से गिरफ्तारी स्टे ले आया। हाई कोर्ट ने चेतावनी भी दी थी, जिसके तहत जमानत स्टे की अंतिम तारीख तक मुकेश बोरा को हर रोज अल्मोड़ा कोतवाली में हाजिरी लगानी पड़ रही थी।
हाई कोर्ट ने स्टे किया खारिज
बुधवार को हाई कोर्ट ने बोरा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग करती याचिका खारिज कर दी। इसका आदेश पहुंचते ही पुलिस ने उसकी तलाश के लिए दोबारा दबिश देनी शुरू कर दी है। एसओजी समेत तेज तर्रार दारोगाओं की पांच टीमें लगाई हैं।
एसएसपी, प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया- मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी हैं। अल्मोड़ा से लेकर नैनीताल तक संभावित जगह पर दबिश दी जा रही है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।